पटना: शादी के बाद पहली बार प्रदेश कार्यालय में मीडिया से मुखातिब होने पर एक बार फिर से तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को अपने निशाने पर लिया है। इस बार तेजस्वी यादव ने कहा कि, 'नीतीश कुमार बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं। केन्द्र की उस सरकार से विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं जो एनडीए की है, और उस एनडीए में नीतीश कुमार की पार्टी शामिल है।' इसी के साथ आगे उन्होंने कहा, 'बिहार और केन्द्र दोनों जगहों पर एनडीए की सरकार है। बिहार के 40 में से 39 सांसद एनडीए के हैं। इसके बावजूद बिहार में विकास नहीं हो रहा है। और ना ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल रहा है।'
वहीं आगे उन्होंने यह भी कहा कि, 'इसमें कोई दो राय नहीं कि विकास के हर पैमाने पर बिहार पिछड़ा हुआ है। लेकिन यह स्थिति तब है। जब बिहार के 40 में से 39 सांसद एनडीए के हैं। आप कहते है की डबल इंजन के सरकार हैं। लेकिन क्या हाल है कि 39 सांसद रहते हुए भी बिहार में विकास का कोई काम नहीं हो रहा है। राजद के समय 22 सांसद थे तो रेल कारखाने, सड़क और कई अन्य विकास कार्य हुआ।'
इसी के साथ उन्होंने आगे कहा, 'राज्य में कोई उद्योग धंधा नहीं है। विधि व्यवस्था दिन प्रतिदिन खराब हो रहा है। भ्रष्टाचार पूरी तरह से चरम पर है। यह राज्य के सत्ताधारी दल के सभी दावों की पोल खोलता है। शराबबंदी, रोजगार, शिक्षा उद्योग लगाने में यह सरकार पूरी तरह फेल है। 3 साल में ग्रेजुऐट होना है लेकिन एक बच्चे ने मुख्यमंत्री से पूछा कि 6 साल हो गए। अभी भी नहीं हुआ तो उसे बाहर कर दिया गया।'
इस दौरान उन्होंने जातीय जनगणना पर भी CM नीतीश को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा, 'CM नीतीश कुमार ने दो चार दिनों में सर्वदलीय बैठक बुलाने की बात कही थी लेकिन अभी तो कोई सूचना नहीं आई है। जाति जनगणना देश और राज्य के हित में है तो आप किसका इंतजार कर रहे हैं। सभी पार्टियों की मीटिंग करा लेते। जब विधान सभा, विधान परिषद से इसे पास करा लिया गया हो और केंद्र को भेज दिया गया है। लेकिन आप अब तक इसे क्यों नहीं आगे बढ़ा रहे है। क्योंकि बीजेपी के दबाव में नीतीश कुमार है। मुख्यमंत्री की यात्रा को लेकर तेजस्वी ने कहा की समाज सुधार यात्रा पर निकल रहे हैं। मुख्यमंत्री को जनता के बीच रहना चाहिए। लेकिन वह अधिकारियों से घिरे रहते है।'
'पंडित आते हैं और कहते हैं कुछ नगद दे दीजिए', पंडितों को जीतन राम मांझी ने कहे अपशब्द
ओडिशा ने 1.02 लाख रुपये की इस्पात संयंत्र परियोजना को मंजूरी दी