कोच्चि: तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हुए कथित हमले को लेकर जमकर बवाल मचा था। हालाँकि, तमिलनाडु पुलिस ने उन्हें अफवाह करार दिया था और अफवाह फ़ैलाने वालों पर सख्त एक्शन लेने की चेतावनी दी थी। लेकिन, अब केरल से एक बिहारी मजदूर की हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। मलप्पुरम में चोरी के आरोप में एक प्रवासी श्रमिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रवासी श्रमिक बिहार के पूर्वी चंपारण का निवासी बताया जा रहा है. मृत की शिनाख्त 36 वर्षीय राजेश मांझी के रूप में की गई है. घटना मल्लपुरम के कोंडोट्टी थाने की है. शनिवार (13 मई) को मजदूर का क़त्ल किया गया था. पुलिस ने बताया कि इस मामले में आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है. कोंडोट्टी पुलिस स्टेशन के ASP बीवी विजया भरत रेड्डी ने जानकारी दी है कि मांझी कुछ दिन पहले ही कोंडोट्टी आया था. हिरासत में लिए गए आरोपियों का कहना है कि चोरी की नाकाम कोशिश के बाद वह भागने का प्रयास कर रहा था. इसी दौरान वह घर की पहली मंजिल से गिर गया. इसके बाद लोगों ने उसे पकड़ लिया और लगभग डेढ़ घंटे तक उसे बेरहमी से पीटा.
जब पुलिस को इसकी सूचना मिली, तो उसने मौके पर पहुंचकर मांझी को अस्पताल पहुंचाया. लेकिन, अस्पताल में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बाद में मांझी के शव को कोझिकोड के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. पोस्टमार्टम में शरीर पर कई जख्म पाए गए, जिससे पता चलता है कि भीड़ ने उसे बेरहमी से पीटा था. ASP विजय रेड्डी ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी दर्ज की जाएगी. पुलिस हिरासत में गृहस्वामी और अन्य लोगों ने पहले दावा किया था कि प्रवासी श्रमिक की मौत इमारत से गिरकर हुई थी. ASP रेड्डी ने कहा कि बिहार में प्रवासी श्रमिक के परिवार को उसकी मौत की सूचना दे दी गई है.
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