लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित बिकरू कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे की शास्त्री नगर मतैयापुरवा की एक करोड़ की प्रॉपर्टी शनिवार (24 सितंबर) को सील कर दी गई। इसके साथ ही गैंगस्टर विकास दुबे की कानपुर, देहात और लखनऊ में 150 करोड़ रुपये की संपत्ति अब तक प्रशासन द्वारा जब्त की जा चुकी है। उच्च न्यायालय के निर्देश पर संपत्ति पर संचालित फैक्ट्री के मालिक के प्रत्यावेदन को डीएम कोर्ट खारिज कर दिया।
बता दें कि रिचा दुबे ने 2010 में रामअवध दुबे से 185 वर्गमीटर भूमि खरीदी थी, जिसे रिचा ने 2012 में गिरीश दयाल को बेच दिया था। उसमें दयाल के नाम से होजरी चल रही है। पूर्व जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने संपत्ति जब्त करने का फरमान जारी किया था। डीएम कोर्ट के जब्तीकरण आदेश को लेकर होजरी कारोबारी गिरीश उच्च न्यायालय गए थे। हाईकोर्ट ने इनका पक्ष सुनने का आदेश दिया था, जिस पर डीएम कोर्ट ने नोटिस जारी करते हुए गिरीश दयाल का पक्ष सुना।
डीएम कोर्ट ने माना कि संपत्ति अवैध तरीके से अर्जित की थी, इसलिए प्रत्यावेदन 20 सितंबर को खारिज कर दिया गया। तहसीलदार बिल्हौर लक्ष्मी नारायण बाजपेई ने भारी पुलिस बल और PAC के साथ संचालित होजरी फैक्ट्री को सील किया। फैक्ट्री मालिक गिरीश दयाल ने बताया कि उन्होंने सेलडीड देखकर ही प्रॉपर्टी खरीदी थी। उन्होंने कहा कि डीएम कोर्ट से प्रत्यावेदन खारिज होने और सीलिंग का आदेश शुक्रवार को प्राप्त हुआ था। शनिवार को बगैर देर दिए सीलिंग की कार्रवाई कर दी गई। उसमें करोड़ों का सामान व मशीनें भी सील कर दी हैं। फैक्ट्री बंद होने से सैकड़ों मजदूर तबाह हो जाएंगे।
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