नई दिल्ली: नेपाल में इसी महीने के अंत तक बिम्सटेक सम्मेलन प्रस्तावित है, जिसमे शिरकत करने पीएम नरेंद्र मोदी नेपाल दौरे पर जाने वाले हैं. बताया जा रहा है कि ये सम्मेलन 30 या 31 अगस्त को आयोजित हो सकता है. भारत के पड़ोसी और चिर-प्रतिद्वंदी देश पाकिस्तान में हाल ही में चुनाव हुए हैं और जल्द ही इमरान खान वजीर-ए-आज़म पद की शपथ लेने वाले हैं. लेकिन बताया जा रहा है कि पाकिस्तान इस सम्मेलन से नदारद रहेगा.
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इससे पहले सुरक्षा मुद्दे के चलते पाकिस्तान में सार्क सम्मेलन रद्द हो चुका है, ऐसे में बिम्सटेक सम्मेलन की अहमियत बहुत बढ़ जाती है. इस सम्मेलन में पाकिस्तान को छोड़कर बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, भूटान और थाईलैंड और म्यांमार भी शिरकत करने वाले हैं. हालांकि सार्क और बिम्सटेक दोनों सम्मेलनों को लेकर पाकिस्तान की हमेशा कोशिश रही है कि पर्यवेक्षक देश की जिम्मेदारी चीन को मिले ताकि दक्षिण एशिया में भारत का प्रभाव कम करने के लिए चीन का दखल बढ़े.
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नेपाल की वर्तमान ओली सरकार भी चीन की करीबी मानी जाती है, इसीलिए जानकारों का कहना है कि नेपाल भी सम्मेलन में चीन की तरफ झुक सकता है. हालांकि अभी इस सम्मेलन की तारीख की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. आपको बता दें कि चीन, पाकिस्तान, नेपाल और अन्य छोटे एशियाई देशों को साथ में लेकर एशिया में भारत का प्रभाव कम करने की कोशिश में है, ऐसे में भारत को अपने पड़ोसियों की तरफ ध्यान देने की जरुरत है, ख़ास कर उन देशों से जिनसे भारत के पारम्परिक सम्बन्ध रहे हैं.
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