जम्मू-कश्मीर: सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पहली बार सेना के सर्च ऑपरेशन पर सवाल खड़े किये जाने का जवाब दिया है और कश्मीर में मानवाधिकार के उल्लंघन को लेकर जारी बहस और UN की रिपोर्ट को झूठा करार दिया है. सेना प्रमुख ने कहा कि कश्मीर में आतंकियों के खात्मे के लिए सेना बनाए गए कठिन नियमों के तहत ही सर्च ऑपरेशन कर रही है.
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया कि कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन होता है. इस पर रावत ने कहा, 'आर्मी कश्मीर में सख्त नियमों के तहत काम कर रही है. हम लोगों को ध्यान में रखकर ऑपरेशन को अंजाम देते हैं. प्रायोजित रिपोर्ट कहती है कि सेना और सुरक्षा बल क्रूरता से ऑपरेशन को अंजाम देते हैं, ये सच नहीं है.' रावत ने कहा, 'हमारा मूल उद्देश्य कश्मीर घाटी में मौजूद उन आतंकियों को पकड़ना है, जो यहां हिंसा और अशांति फैला रहे हैं. हमारा मकसद नागरिकों को परेशान करना नहीं है.'
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान हमारा एक दुश्मन पड़ोसी है, जो लगातार परेशानियां खड़ी करता रहता है. वह लगातार आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश करता रहता है और संघर्ष विराम के उल्लंघन में लिप्त रहता है, लेकिन बीएसएफ उसे मुंहतोड़ जवाब देती है.'
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट पर ध्यान देने की जरूरत नहीं- सेना प्रमुख
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