बीते कुछ दिनों से विश्व की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन में बड़ी उछाल देखने को मिल रहा है। अपने सभी रिकाॅर्ड को तोड़ते हुए एक बिटक्वाइन की ताजा मूल्यों 60,000 डाॅलर के पार पहुंच चुकी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीते दिनों 1.9 ट्रिलियन डॉलर की सहायता के आदेश के उपरांत से ही बाजार में तेजी देखने को मिली है। और जिसका प्रभाव बिटक्वाइन पर भी नज़र आ रहा है। हालांकि कई एक्सपर्ट का मानना है कि यह तेजी सिर्फ कुछ ही वक़्त के लिए है। बीच में एक ऐसा समय आया था जब क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में अचानक गिरावट देखने को मिली है.
पिछले एक साल के बीच बिटक्वाइन की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है। जहां एक वर्ष पहले एक बिटक्वाइन की मूल्य महज 5000 डाॅलर थी तो वहीं अब यह बढ़कर 60,000 डाॅलर के पार पहुंच गई है। इंडियन रुपये में अगर एक बिटक्वाइन की कीमत आंके तो यह तकरीबन 43.85 लाख रुपया हो सकता है।
इतनी तेजी के पीछे का कारण क्या है: हम बता दें कि बिटक्वाइन में दुनिया के कई बड़े इन्वेस्टर इंवेस्ट किये जा चुके है। इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला के मालिक एलन मस्क बीते ने भी इसमें पैसा लगाया है। उन्होंने तकरीबन 1.5 बिलियन डॉलर का इंवेस्टमेंट इसमें किया है। एलन मस्क वक़्त-वक़्त पर इसमें इंवेस्ट करने की सलाह भी देते रहते हैं। मार्केट एक्सपर्ट ईड मोया के मुताबिक 'बिटक्वाइन की कीमतें एक बार फिर बहुत तेजी से बढ़ सकती है। और इसे रोकना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा।'
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