नई दिल्ली: आम बजट पेश किये जाने के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आरबीआई बोर्ड के साथ हुई बैठक में आरबीआई गवर्नर ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की. बैठक के बाद गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा कि नीतिगत दरों में कटौती किए बिना भी बैंकों के पास कर्ज सस्ता करने की गुंजाइश बनी हुई है.पटेल ने यह भी कहा कि नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा हुए नोटों की गिनती अब भी जारी है.
उल्लेखनीय है कि आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने महंगाई के अलावा अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि बीते साल सितंबर महीने के बाद से ही उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर पर काबू पाना एक मुश्किल चुनौती थी.जबकि एनपीए के संदर्भ में बोलते हुए उन्होंने कहा जिस क्षेत्र से जुड़े एनपीए हैं वो काफी लंबे समय से हैं. स्मरण रहे कि 7 और 8 फरवरी को हुई मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखने के आरबीआई के फैसले का केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने समर्थन किया है.
इसके अलावा नोटबंदी के मुद्दे पर उर्जित पटेल ने कहा कि बैंकों की ओर से जमा किए गए पुराने नोटों की गिनती आरबीआई में अब तक जारी है. केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी के फैसले के बाद देश की 86 फीसदी मुद्रा (500 और 1000 रुपए के पुराने नोट) प्रतिबन्धित कर दी गई थी. जिसे पहले लोगों ने बैंकों में जमा किया फिर बैंकों ने उसे आरबीआई के सुपुर्द किया.
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