अमेरिका और चीन के ट्रेड वार के कारण भारत को अंतरराष्ट्रीय व्यापार के मोर्चे पर अच्छा फायदा हो रहा है। भारत ने चालू वर्ष के पहले 6 महीने में अमेरिका को 75.5 करोड़ डॉलर (करीब 5,360 करोड़ रुपये ) का अधिक निर्यात किया है। संयुक्त राष्ट्र की व्यापार एवं निवेश इकाई अंकटाड की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत से अमेरिका को केमिकल, मेटल और अयस्कों का अधिक निर्यात हुआ है।
दरअसल, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार के रहते दोनों देशों के बीच व्यापार में भारी कमी आ गई है, जिसका फायदा भारत को भी मिल रहा है। अंकटाड के जरिये भारत ने केमिकल (24.3 करोड़ डॉलर), धातु एवं अयस्क (18.1 करोड़ डॉलर), इलेक्टिकल मशीनरी (8.3 करोड़ डॉलर) और अलग-अलग मशीनरी (6.8 करोड़ डॉलर) की अधिक बिक्री करके यह लाभ कमाया था। इसके साथ कृषि, खाद्य उत्पाद, फर्नीचर, कपड़े और परिवहन उपकरणों का निर्यात भी ब़ढ़ चूका है।
अमेरिका-चीन में द्विपक्षिय व्यापार घाटा- की गई रिसर्च के अमुसार यह पता चला है कि अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वार के कारण दोनों देशों के आपसी व्यापार में बहुत गिरावट आई है। इसके चलते अमेरिका में उन देशों से आयात ब़ढ़ा है, जो सीधे-सीधे ट्रेड वार से नहीं जुड़े हैं। इसी रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार की जरिये से 2019 की पहली छमाही में करीब 2,100 करोड़ डॉलर का व्यापारपर असर पड़ा था.
ताइवान, मेक्सिको और यूरोपीय संघ को हुआ काफी फायदा- चीन के उत्पादों पर अधिक अमेरिकी शुल्क ने कई देशों को अमेरिकी बाजार में और अधिक प्रतिस्पर्धी बना दिया है। इससे इन कई देशों का अमेरिका में व्यापार बढ़ा है। ताइवान, मेक्सिको और यूरोपीय संघ को यूएस-चाइना ट्रेड वार से बहुत फायदा हुआ है। अंकटाड ने कहा कि दक्षिण कोरिया, कनाडा और भारत को व्यापार में कम लाभ हुआ है, परन्तु फिर भी यह पर्याप्त है।
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