नई दिल्ली : इस वर्ष बुनियादी उद्योगों में वृद्धि दर्ज की गई .कोयला और स्टील उद्योग के कारण मार्च में बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई है. यह पिछले तीन महीने में सबसे ऊंची वृद्धि है. जबकि इन आठ प्रमुख उद्योगों के उत्पादन की वृद्धि दर पिछले साल मार्च के 9.3 प्रतिशत के मुकाबले कम रही.
उल्लेखनीय है कि इस वृद्धि से माना जा रहा है कि बुनियादी उद्योगों की तेज वृद्धि दर का असर औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों में दिखाई देगा.औद्योगिक उत्पादन का मूल आधार इन आठों बुनियादी उद्योग क्षेत्रों के प्रदर्शन पर ही निर्भर है. ये आठों उद्योग कुल औद्योगिक उत्पादन में 38 प्रतिशत का योगदान करते हैं.
बता दे कि सोमवार को सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में बताया कि समीक्षाधीन माह में कोयला उत्पादन में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. पिछले साल की समान अवधि में कोयला उत्पादन 2.5 फीसद बढ़ा था. स्टील उत्पादन में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. मार्च, 2016 में इस क्षेत्र की वृद्धि दर 7.8 फीसद थी. प्राकृतिक गैस के उत्पादन में 8.3, बिजली उत्पादन में 5.9 और कच्चे तेल में 0.9 की वृद्धि दर्ज हुई.
इसके विपरीत सीमेंट उत्पादन में 6.8 फीसद की गिरावट आई है. इसी तरह उर्वरक (फर्टिलाइजर) उत्पादन में 0.8 और रिफाइनरी में 0.3 फीसद की कमी दर्ज हुई. मार्च में खत्म हुए बीते वित्त वर्ष 2016-17 में बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में 4.5 फीसद की वृद्धि देखी गई.
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