भारत में कई ऐसे लोग हैं जो अंधविश्वास को मानते हैं और उनकी नजरों में अंधविश्वास ही बहुत बड़ी चीज़ होती है. कई ऐसे हिन्दू धर्म के मंदिर हैं जो अपनी प्राचीन मान्यताओं के लिए पहचाने जाते हैं. ऐसे में आज भी हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहें हैं जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे. जिस मंदिर की हम बात कर रहें हैं वह राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में बसा हुआ है. इस मंदिर को लोग दिवाक मंदिर के नाम से जानते हैं और यह विदेशों में भी इसी नाम से मशहूर हो चुका है.
इस मंदिर की अपनी ही एक खासियत है जिसके लिए यह पहचाना जाता है. मंदिर में लोग अपनी मन्नत को पूरा करवाने के लिए आते हैं. कहा जाता है कि लोगों की मन्नत पूरी हो जाए ऐसा सोचकर लोग यहाँ प्रसाद नहीं बल्कि बेड़ियां और हथकड़ियां चढ़ाते हैं. इस मंदिर में एक माता का निवास है जो बेड़ियों और हथकड़ियों से खुश हो जाती हैं. जनश्रुति है कि यह मंदिर कई सालों पुराना है और इस मंदिर में पहले के समय में डाकू आते थे और बेड़ियां और हथकड़ियां चढ़ाकर अपने साथियों के जेल से रिहा होने की मन्नत माँगा करते थे.
कुछ ही समय बाद उन डाकुओं की मन्नत पूरी हो जाती थी और उसी के बाद से यह मंदिर चमत्कारी माना जाने लगा. कहा जाता है कि अगर किसी का कोई ख़ास जेल में हों तो वह इस मंदिर में आकर अपने उस साथी की रिहाई के लिए मन्नत मांगकर बेड़ियां और हथकड़ियां चढ़ा सकते हैं.
तो क्या सच में होती है नागमणि..!