रांची: हजारीबाग की सांप्रदायिक हिंसा पर बीजेपी ने झारखंड सरकार के रुख पर सख्त प्रतिक्रिया जताते हुए गुरुवार को कहा कि वहां भीड़ द्वारा लड़के के निर्मम क़त्ल में भी प्रदेश सरकार तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है. भारतीय जनता पार्टी की झारखंड इकाई के अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने हजारीबाग में 6 फरवरी को सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के चलते 17 साल के रूपेश पांडेय के भीड़ द्वारा किए गए क़त्ल पर प्रदेश सरकार के रुख को पूर्ण रूप से एकतरफा तथा हिंदू विरोधी बताया.
वही इस बीच, उक्त घटना के खिलाफ राज्य के सभी शहरों में भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को मशाल जुलूस निकाला तथा प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया. इससे पहले झारखंड भारतीय जनता पार्टी के हजारों कार्यकर्ता बरही में 6 फरवरी को रुपेश पांडेय की नृशंस हत्या के विरुद्ध राज्य के सभी शहरों में गुरुवार शाम हाथ में मशाल लेकर सड़कों पर उतरे तथा प्रदेश सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की. भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने रूपेश के हत्यारों को फांसी देने तथा भीड़ क़त्ल में नामजद लोगों को अरेस्ट करने की मांग की.
वही रांची महानगर द्वारा आयोजित प्रोग्राम में सम्मिलित होते हुए भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. प्रकाश ने कहा, 'यह सरकार भीड़ क़त्ल में भी तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. प्रदेश में कानून इंतजाम के हालात भयावह है. दोषी जिसकी चाह रहे, उसका क़त्ल करने में कामयाब हो रहे हैं. प्रशासन पूरी तरह से विफल सिद्ध हो रहा है.' उन्होंने कहा कि प्रदेश में भीड़ क़त्ल की घटनाओं की बाढ़-सी आ गई है. प्रकाश ने इल्जाम लगाया कि झारखण्ड में महिला, आदिवासी, पिछड़े तबके के लोग समेत कोई भी सुरक्षित नहीं है. भारतीय जनता पार्टी नेता ने कहा कि अब तक प्रदेश में इस सरकार के कार्यकाल में 10 से अधिक भीड़ क़त्ल की वारदातें हुई हैं. उन्होंने इल्जाम लगाया कि जिस प्रकार से बीते दिनों सरस्वती पूजा विसर्जन के दिन घर के चिराग रूपेश पांडेय का भीड़ के द्वारा जघन्य क़त्ल हुआ है, वह प्रदेश को शर्मशार करने वाला मामला है.
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