राज्य के 129 स्थानीय निकायों में चुनाव टालने के लिए मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने भी अशोक गहलोत गवर्नमेंट के सुर में सुर मिलाया है. भाजपा का भी मानना है कि कोराना के कारण फिलहाल चुनाव संभव नहीं है. ऐसे में आयोग चुनाव को टाल दे तो बेहतर है. भाजपा का मानना है कि वह लोगों की जान की प्राइस पर हम चुनाव नहीं चाहती हैं.
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भाजपा स्पोकपर्सन रामलाल शर्मा ने बताया आम जनता की जान की प्राइस पर हम चुनाव नहीं चाहते. उन्होंने यह भी बताया कि अगर चुनाव कराया गया तो केंद्र और प्रदेश सरकार की जो कोरोना गाइडलाइन है उसका पूरा पालन करना सुनिश्चित किया जाये. राज्य निर्वाचन आयोग ने निकाय चुनाव पर फैसले लेने के लिए गुरुवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग कर उनके विचार जाने. मीटिंग आयोग के आयुक्त पीसी मेहरा की अध्यक्षता में हुई.
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प्रदेश सरकार के यूडीएच महकमें ने हाल ही में प्रदेश निर्वाचन आयोग को चिट्ठी लिखकर स्थानीय निकाय के चुनाव टालने का गुजारिश किया था. प्रदेश सरकार की खत का जवाब देने के लिए आयोग ने विभिन्न विभागों के साथ मीटिंग करने के बाद राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के विचार जाने हैं. अब आयोग राज्य सरकार को जवाब भेजेगा. आयोग के सूत्रों के अनुसार फिलहाल आयोग भी चुनाव करवाने के पक्ष में नहीं है. हालांकि आयोग को अभी आखिरी फैसले लेना है. किन्तु माना जा रहा है आयोग गवर्नमेंट को जल्द जवाब भेज देगा.
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