अहमदाबाद: अक्टूबर में हुए मच्छू ब्रिज दुर्घटना को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भाजपा का जमकर घेराव किया लेकिन बीजेपी का दांव दोनों पार्टियों पर भारी पड़ा। बीजेपी के प्रत्याशी और ब्रिज दुर्घटना के बीच नदी में कूदकर लोगों की जान बचाने वाले मोरबी हीरो कांतिलाल अमृतिया ने बंपर जीत हासिल की है। भाजपा से पूर्व में 5 बार विधायक रह चुके हैं। कांतिलाल को कुल 113701 वोट हासिल हुए है । उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी जयंतीलाल पटेल को 61580 वोटों को मात दे दी। तीसरे पायदान पर आम आदमी पार्टी के पंकज रनसरिया रहे।
अक्टूबर में हुए ब्रिज दुर्घटनामें कांतिलाल ने अपने जान की बिना परवाह किए नदी में कूदकर कई लोगों को बचाया था। इसके उपरांत नवंबर में भाजपा ने सिटिंग विधायक और स्टेट गवर्नमेंट में मंत्री ब्रजेश मेरजा का टिकट काट कर इन्हें अवसर दिया था। लोगों की सहानुभूति और समर्थन की उम्मीद के मुताबिक ही कांतिलाल को काफी अच्छे मार्जिन से जीत मिल है। बीजेपी का वोट शेयर 59.21 प्रतिशत रहा। वर्ष 2017 में भाजपा की तरफ से ही चुनाव लड़ रहे कांतिलाल अमृतिया को कांग्रेस के ब्रजेश मेरजा के सामने हार को झेलना पड़ गया था। वर्ष 2020 में ब्रजेश मेरजा ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। इसके उपरांत उपचुनाव में ब्रजेश ही भाजपा के प्रत्याशी रहे थे, लेकिन इस बार मोरबी ब्रिज हादसे में हीरो के तौर पर कांतिलाल के उभरने के उपरांत पार्टी ने ब्रजेश मेरजा की जगह उन्हें मौका दिया और राजनीतिक गुणा-गणित बिल्कुल सटीक बैठी।
कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी जयंतीलाल पटेल को 52459 वोट हासिल हुए। अपना डेब्यू कर रही आम आदमी पार्टी के पंकज रनसरिया को कुल 17544 वोट प्राप्त हुए। कुल 17 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। आप के प्रत्याशी पंकज रनसरिया सहित 14 अन्य प्रत्याशी अपनी जमानत बचाने में भी नाकाम रहे। 2022 विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मोरबी में 1 दिसंबर को मतदान हुआ था। 2017 विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार 4 प्रतिशत कम वोटिंग टर्नआउट 67.16 प्रतिशत साबित हुआ ।
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