चंडीगढ़: केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में बड़ा उलटफेर करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महापौर के पद पर कब्जा कर लिया है. भाजपा की उम्मीदवार सरबजीत कौर चंडीगढ़ की नई महापौर बनी हैं. वहीं, इसके बाद निकाय चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) ने बौखलाते हुए मेयर चुनाव में धांधली का इल्जाम लगाया है.
चुनाव के बाद महापौर की कुर्सी के पीछे ही अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) के तमाम पार्षद धरने पर बैठ गए हैं. DC विनय प्रताप सिंह को भी मौके पर रोक लिया गया है. नगर निगम के भीतर मार्शल बुला लिए गए हैं और वहां जमकर धक्का-मुक्की हो रही है. आम आदमी पार्टी (AAP) की एक पार्षद भी महापौर के बगल की कुर्सी पर बैठ गई हैं.
बता दें कि चंडीगढ़ निकाय चुनाव के दौरान भाजपा ने 12 सीटों पर कब्ज़ा किया था. जबकि आम आदमी पार्टी ने सबसे बड़ी पार्टी बनते हुए 14 सीटें जीती थीं. कांग्रेस से निकाले जाने के बाद देवेंद्र सिंह बबला ने अपनी नवनिर्वाचित पार्षद पत्नी हरप्रीत कौर बबला के साथ भाजपा का दामन थाम लिया है, जबकि चंडीगढ़ लोकसभा सीट से भाजपा की सांसद किरण खेर को भी एक वोट डालने का अधिकार है. इस प्रकार भाजपा के पास 14 वोट हो गए थे और उनकी उम्मीदवार महापौर बन गई. लेकिन AAP मानने को तैयार नहीं है और उसके पार्षदों ने नगर निगम में हंगामा शुरू कर दिया है.
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