नई दिल्ली: 2014 की बड़ी लड़ाई से पूर्व दिल्ली के जिस रामलीला मैदान से पीएम मोदी ने चुनाव का शंखनाद किया था, 2019 लोकसभा चुनाव से पहले उसी मैदान से भाजपा का चुनावी बिगुल बजेगा. शुक्रवार से अब तक की सबसे बड़ी दो दिवसीय भाजपा राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पीएम मोदी और पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अमित शाह जहां पूरे देश से आए हजारों कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र प्रदान करेंगे , वहीं सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए विपक्षी दलों पर सवाल उठाने के साथ ही कार्यकर्ताओं को मनोबल भी बढ़ाया जाएगा.
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बताया जा रहा है कि दो दिनों के इस मंथन के बाद कार्यकर्ताओं और नेताओं को सीधे जमीन पर उतरने का निर्देश दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि जनवरी 2014 में इसी रामलीला मैदान में बतौर पीएम उम्मीदवार मोदी ने वैश्विक मानचित्र पर भारत को सबल रूप से खड़ा करने के लिए अपनी सोच जनता के सामने रखी थी. यह चुनाव से पहले की आखिरी राष्ट्रीय परिषद की बैठक थी. उसमें उन्होंने खासतौर से तकनीक, पर्यटन, परंपरा, व्यापार और टैलेंट के बारे में बात की थी.
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इस बार की बैठक में पीएम मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में तो बताएंगे ही, सत्रह ही निचले स्तर पर हुए बदलाव, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा को लेकर सरकार द्वारा उठाए गए कदम के साथ साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बढ़ी छवि का भी उल्लेख किया जाएगा. शाह जहां शुक्रवार को परिषद में उद्घाटन भाषण देंगे वहीं मोदी शनिवार को अपने भाषण से समापन करेंगे. बताया जाता है कि इस दौरान तीन प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे जिसमें राजनीतिक और सुरक्षा से जुड़ा प्रस्ताव महत्वपूर्ण होगा.
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