नई दिल्ली: दिल्ली में 21 साल के सियासी बनवास के बाद सत्ता में वापसी की राह देख रही भाजपा को विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से गहरा झटका लगा है. 70 सदस्यीय विधानसभा में पार्टी केवल 8 सीटें ही जीत सकी. सूत्रों के मुताबिक चुनाव में करारी हार की जिम्मेदारी लेते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इस्तीफे की पेशकश की है.
बीजेपी की आज शाम 5 बजे बैठक: मिली जानकारी के अनुसार इस बात का पता चला है कि दिल्ली में हार से भाजपा का शीर्ष नेतृत्व सकते में है. पूरे दमखम और केंद्रीय नेतृत्व की पूरी फौज चुनावी समर में झोंकने के बावजूद भाजपा को महज 8 सीटों पर जीत मिली. पार्टी की करारी हार के बाद अब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हार की समीक्षा के लिए बुधवार शाम 5 बजे महासचिवों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे.
वहीं यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा के दोनों दिग्गज नेता पार्टी की हार की समीक्षा करेंगे. दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की बड़ी हार हुई है. लगभग 21 दिनों तक चले आक्रामक प्रचार के बावजूद दिल्ली में पार्टी की नैया डूब गई. भाजपा ने चुनाव के दौरान पार्टी के सभी दिग्गज नेताओं को उतार दिया था. केंद्रीय मंत्री दिल्ली में पद यात्रा कर रहे थे, तो खुद गृह मंत्री अमित शाह ने भी दिल्ली की गलियों में कई रैलियां की फिर भी पार्टी के नेता हार गए. भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान शाहीन बाग, अनुच्छेद 370, नागरिकता कानून, राम मंदिर जैसे मुद्दों का जिक्र किया लेकिन पार्टी को हार मिली. चुनाव में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी हार स्वीकार कर ली है. जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा इस जनादेश को स्वीकारते हुए रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी और प्रदेश के विकास से जुड़े हर मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी.
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