कोल्हापुर: महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हुई हिंसा के पश्चात् सियासी जंग छिड़ गई है। जिसमें शिवाजी चौक पर हिंदू संगठनों की एक रैली में औरंगजेब और टीपू सुल्तान का महिमामंडन करने वाली कुछ सोशल मीडिया पोस्ट का विरोध किया गया था। रैली के समापन के पश्चात्, कुछ उपद्रवियों ने मुस्लिम धर्म के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर पथराव आरम्भ कर दिया, जिससे विरोध हिंसक हो गया। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा तथा इसमें 36 व्यक्तियों की गिरफ्तारियां हुई। इस मामले में कई राजनीतिक बयान सामने आए।
वही अब भाजपा नेता नीलेश राणे के विवादित ट्वीट ने नया बवाल उत्पन्न कर दिया है। उन्होंने कहा है कि औरंगजेब का पुनर्जन्म हैं शरद पवार। इस बयान को NCP इस मामले को हल्के में लेने के मूड में नहीं है। पार्टी शुक्रवार को मुंबई में जेल भरो आंदोलन करेगी।
दरअसल, औरंगजेब का महिमामंडन वाली कुछ सोशल मीडिया पोस्ट के विरोध में महाराष्ट्र के अहमदनगर एवं कोल्हापुर सहित कुछ जिलों में कुछ दिनों से बवाल मचा है।
वही इस मामले में पहले गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अचानक औरंगजेब की इतनी औलादें कहां से आ गईं. इसकी तलाश आरम्भ है। जवाब में शरद पवार ने कहा कि पोस्टर अहमदनगर में लगाए गए तो पुणे-कोल्हापुर में बवाल क्यों? 2-4 व्यक्तियों ने कुछ गलत किया तो इतना भूचाल क्यों? सरकार का काम धार्मिक सौहार्द को बनाए रखना होता है। अब इस विवाद में भाजपा नेता नीलेश राणे भी कूद गए हैं। महाराष्ट्र में मुसलमानों एवं ईसाइयों जैसे अल्पसंख्यक समुदायों के लिए चिंता व्यक्त करने के बारे में दिए पवार के बयान पर राणे ने ट्वीट किया, “चुनाव समीप आते ही पवार साहब मुस्लिम समुदाय के लिए चिंतित हो जाते हैं। कभी-कभी लगता है कि शरद पवार औरंगजेब के अवतार हैं। हालांकि राकांपा ने राणे से ट्वीट को हटाने के लिए बोला है, किन्तु नीलेश राणे अभी तक अपने रुख से नहीं डिगे हैं क्योंकि ट्वीट अभी भी उनके प्रोफाइल पर देखा जा सकता है।
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