कोलकाता: पश्चिम बंगाल के आसनसोल की एक स्पेशल कोर्ट ने कंबल वितरण भगदड़ कांड में गिरफ्तार किए गए भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी को 8 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. जितेंद्र तिवारी को अदालत से बाहर निकालने के लिए रविवार (19 मार्च) को भाजपा कार्यकर्ताओं ने रास्ते में विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारे लगाए. अदालत ले जाते वक़्त जितेंद्र तिवारी ने कहा कि, 'तृणमूल सरकार या पुलिस नहीं, आसनसोल की जनता के पास आखिरी शब्द होगा. जनता इसका जवाब देगी.'
भाजपा नेता का इशारा 2024 के लोकसभा चुनावों की तरफ था. वहीं, जीतेन्द्र तिवारी की गिरफ्तारी को लेकर अग्निमित्रा पॉल ने थाने का घेराव किया. भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी की गिरफ्तारी को लेकर राज्य की सियासत गरमा गई है. तणमूल कांग्रेस (TMC) ने जीतेन्द्र तिवारी की गिरफ्तारी को कानूनी कार्रवाई करार दिया है, जबकि भाजपा के नेता इस सियासी साजिश बता रहे हैं. बता दें कि 14 दिसंबर 2022 को आसनसोल के वार्ड क्रमांक 27 की पार्षद जितेंद्र तिवारी की पत्नी चैताली तिवारी की पहल पर कंबल वितरण समारोह आयोजित किया गया था. उस वितरण समारोह में राज्य के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी भी पहुंचे थे. उनके कार्यक्रम से जाने के बाद कंबल लेने के लिए होड़ मच गई. इस दौरान कई लोगों की कुचलकर मौत हो गई थी.
पुलिस ने बताया था कि कार्यक्रम आयोजित करने के लिए उनसे कोई इजाजत नहीं ली गई थी. मामला अदालत में गया. पुलिस ने जितेंद्र तिवारी और उसकी पत्नी से कई दफा पूछताछ की. इसके बाद शनिवार को आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के खुफिया विभाग और आसनसोल नॉर्थ थाने की पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन चलाकर जितेंद्र तिवारी को नोएडा के यमुना एक्सप्रेस-वे से अरेस्ट कर लिया था. वहां से जितेंद्र तिवारी को दमदम हवाई अड्डे होते हुए दमदम सरकारी अस्पताल ले जाया गया. वहां स्वास्थ्य जांच के बाद पुलिस उन्हें आसनसोल लाया गया.
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