पुणे: बीजेपी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने आज यानी सोमवार को यह दावा किया है कि कोल्हापुर जाते समय पुलिस ने उन्हें महाराष्ट्र के सातारा जिले के कराड में ही रोक दिया। जी दरसल हाल ही में मिली जानकारी के तहत किरीट सोमैया को सतारा जिले के कराड रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिया गया है। वहीं बीते रविवार को भी सोमैया ने यह दावा किया था कि महाराष्ट्र के ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुशरिफ पर उनके द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद पुलिस ने कानून-व्यवस्था और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें कोल्हापुर जाने से रोका गया है।
#WATCH | Maharashtra: BJP leader Kirit Somaiya detained at Karad Railway Station in Satara district
— ANI (@ANI) September 19, 2021
Somaiya was expected to visit Kohlapur today. Kolhapur Dist Collector had issued prohibitory orders against him & imposed Section 144, prohibiting gatherings on September 20 & 21. pic.twitter.com/3fI42IU53y
वहीं दूसरी तरफ कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक शैलेश बलकावड़े का कहना है कि जिला पुलिस की एक टीम कराड पहुंची और सोमैया को कराड रेलवे स्टेशन पर रोका गया और (धारा-144) आदेश की एक प्रति दी गई। इसके अलावा अधिकारी ने यह भी बताया है कि, 'जब हमने उन्हें बताया कि उन्हें जिले में प्रवेश करने से मना किया गया है, तो उन्होंने सहयोग किया और अब वह कराड में एक संवाददाता सम्मेलन करने के बाद वापस लौटेंगे।'
Police stopped Me at Karad under Prohibitory order 9am Press Conference at Karad Circuit House I will expose 1 more scam of Hassan Mushrif
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) September 20, 2021
पोलिसांनी मला निषेधाच्या आदेशान्वये कराडल थांबवले 9 वाजता कराड सर्किट हाऊसला मी पत्रकार परिषदेत हसन मुश्रीफ यांचा आणखी एक घोटाळा उघड करणारं
आप सभी को बता दें कि किरीट सोमैया ने ग्रामीण विकास मंत्री एवं कोल्हापुर जिले के कागल से विधायक मुशरिफ पर भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने और रिश्तेदारों के नाम पर 'बेनामी' संपत्ति रखने का 13 सितंबर को आरोप लगाया था। वहीं दूसरी तरफ मुशरिफ ने सभी आरोपों को खारिज किया है। अब आज यानी सोमवार को सोमैया का पश्चिमी महाराष्ट्र के इस जिले में जाने का कार्यक्रम था।
ऐसे में उन्होंने कोल्हापुर के जिलाधिकारी राहुल रेखवार की तरफ से जारी 19 सितंबर का एक आदेश दिखाया, जिसमें कहा गया है कि भारतीय दंड संहिता की धारा 144 के तहत 'उनकी (सोमैया की) जान को खतरा व उनके दौरे के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बिगड़ने आशंका को देखते हुए' जिले में उनके प्रवेश पर रोक लगाई गई है। अब सोमैया ने ट्वीट कर इस बर्ताव को उद्धव ठाकरे सरकार की 'दादागीरी' बताया है। वहीं बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का कहना है ठाकरे सरकार सोमैया की आवाज को दबा नहीं सकती।
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