पटना: बिहार में संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर रविवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव और भाजपा के बीच जबरदस्त जुबानी जंग देखने को मिली. पटना में संपूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर भाजपा, JDU और RJD सहित कई सियासी दलों ने कार्यक्रम आयोजित किए थे. RJD द्वारा आयोजित संपूर्ण क्रांति दिवस कार्यक्रम में लालू यादव के हिस्सा लेने की उम्मीद थी, मगर बीमार होने के कारण वो कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए.
लालू प्रसाद यादव ने एक वीडियो संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए याद किया कि कैसे उन्होंने 48 साल पहले तानाशाही के खिलाफ जंग लड़ी थी. आपाताकाल के दौरान जयप्रकाश नारायण की अगुवाई में ही लालू यादव भी इस आंदोलन में बतौर छात्र नेता उस समय शामिल हुए थे. लालू यादव ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि 48 वर्ष पूर्व उन्होंने जिस तानाशाही के खिलाफ जंग लड़ी थी, वह आज भी देखी जा रही है और अब वह फिर से मौजूदा तानाशाही व्यवस्था के विरुद्ध लड़ रहे हैं.
उन्होंने वीडियो संदेश में कहा कि, 'आज देश में वापस वही स्थिति हो गई है, तानाशाही और धूर्त सत्ता हमारे देश के भाईचारे और एकता को तबाह करना चाहती है. भाजपा जिस प्रकार काम कर रही है, उससे देश गृहयुद्ध की तरफ बढ़ रहा है. मैं लोगों से देश में महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान करता हूं. हमें एकजुट होकर लड़ना है, हम जीतेंगे.'
भाजपा नेता ने किया पलटवार ?
लालू यादव के इस बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब से भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी. रविशंकर प्रसाद ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'जेपी ने उस समय नारा दिया था कि भ्रष्टाचार मिटाओ, नया बिहार बनाओ. आज जो लोग पूर्ण क्रांति की बात कर रहे हैं, उनका जेपी के नारे के संबंध में क्या कहना है? कई बड़ी कार्रवाई की जा रही है और भ्रष्टाचार के मामलों में सजा भी दी जा रही है. जेपी को सम्मान देने का अधिकार सभी लोगों को है, मगर जो लोग जेपी की बात कर रहे हैं, वे उनकी शिक्षाओं पर कितना अमल करते हैं, यह एक बड़ा सवाल है.'
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