नई दिल्ली: अयोध्या मामले में फैसला आने से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस संबंध में बड़ा बयान दिया है. स्वामी ने कहा है कि मुस्लिमों को 11 मस्जिदों में नमाज पढ़ने की रियायत दी जा सकती है. स्वामी ने कहा है कि विराट हिंदू सिर्फ मुस्लिमों को अयोध्या की सीमा में उपस्थित 11 मस्जिदों की मरम्मत और नमाज पढ़ने की छूट दे सकते हैं. अभी इन मस्जिदों में गाय-बकरियां चर रही हैं. मुस्लिमों को याद रखना चाहिए कि ज्यादातर इस्लामिक देशों में मंदिर की इजाजत नहीं है.
वहीं एक दिन पहले ही अयोध्या जमीन विवाद मामले में सुनावाई के अंतिम दिन सुब्रमण्यम स्वामी को बड़ा झटका लगा था. दरअसल, शीर्ष अदालत ने सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका को सुनने से मना कर दिया था. वहीं अब इस मामले में 40 दिन तक चली सुनवाई पूरी होने के बाद अयोध्या मामले पर फैसले की प्रतीक्षा है. 17 नवंबर से पहले कभी भी सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है.
बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय में आखिरी दिन सुनवाई के दौरान सभी पक्षकारों के वकीलों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी. अदालत ने सभी पक्षों की दलीलें सुनी और फैसला सुरक्षित रख लिया है. आपको बता दें कि अयोध्या में विवादित भूमि पर मालिकाना हक की कानूनी लड़ाई वर्ष 1885 से चल रही है. स्वतंत्रता के बाद भी ये मामला कानून के गलियारों में चक्कर काटता रहा.
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