पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव की बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती द्वारा केंद्रीय राज्य मंत्री रामकृपाल यादव के गंडासे द्वारा हाथ काटने वाले आपत्तिजनक बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने तल्ख़ टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि जो पार्टी जंगलराज की पुरोधा रही हो, उसके सांसदों से ऐसे ही बयानों की उम्मीद की जा सकती है.
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भाजपा नेता ने कहा है कि देश आज 21वीं सदी के डिजिटल युग में पहुंच गया है. विकास और उन्नति की चर्चाएं हो रही है. ऐसे में 'गड़ासे से हाथ काट देना', तो कभी 'गर्दन काट देना' जैसे बयान राजद नेताओं की सोच प्रदर्शित करते हैं. रोहतास के डालमियानगर में श्रम संसाधन विभाग द्वारा आयोजित नियोजन मेले में हिस्सा लेने के बाद प्रेस वालों से बात करते हुए सिन्हा ने कहा है कि लोकतंत्र में परिवारवाद, तानाशाह और हिटलरशाही के लिए कोई जगह नहीं है. जो लोग इस तरह की बयानबाज़ी करते हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि सुशासन के राज में इस तरह की बातों के लिए कोई स्थान नहीं है.
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आपको बता दें कि राजद के कार्यकर्ता सम्मेलन में मीसा भारती ने रामकृपाल यादव के हाथ काट देने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि कुछ वर्ष पूर्व तक वे रामकृपाल यादव का बहुत सम्मान करती थी, लेकिन ये सम्मान तब समाप्त हो गया, जब रामकृपाल ने सुशील कुमार मोदी की किताब हाथ में लेकर खड़े थे. मीसा ने कहा कि उस दिन मेरी इच्छा हुई थी कि उसी चारा काटने वाले गंडासे से उसका हाथ काट दूँ. आपको बता दें कि सुशिल मोदी ने 'लालू लीला' नामक एक किताब लिखी है, जो लालू यादव के जीवन पर आधारित है.
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