श्रीनगरः केंद्र सरकार द्वारा बीते पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर से धारा 370 को खत्म करने का ऐलान किया गया है। इससे राज्य को मिला विशेष दर्जा समाप्त हो गया। सरकार ने राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया। इस दौरान घाटी में तमाम तरह की राजनीतिक गतिविधियां ठप हो गई। क्योंकि सरकार ने घाटी के प्रमुख राजनीतिक नेताओं को नजरबंद कर दिया। लेकिन इस दौरान भाजपा ने अपना राजनीतिक अभियान जारी रखा। कश्मीर में चलाए गए सदस्यता अभियान में बीजेरी को काफी अच्छे नतीजे मिले हैं।
भगवा दल को आतंकियों-अलगावादियों का गढ़ माने जाने वाले तीन संसदीय क्षेत्रों में उल्लेखनीय सफलता हासिल हुई है। इससे जुड़े तीन संसदीय क्षेत्रों बारामुला, श्रीनगर और अनंतनाग में पार्टी करीब 50 हजार नए सदस्य बनाने में कामयाब हुई है। इनमें से 23134 सदस्यों ने फॉर्म भर कर पार्टी की सदस्यता ली है। सदस्यता अभियान से जुड़े पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक चूंकि सदस्यता अभियान की शुरुआत धारा 370 खत्म करने के बाद शुरू हुआ। इस फैसले के बाद कश्मीर घाटी में फोन और इंटरनेट सेवाएं अनियमित थी।
इसके बावजूद नमो एप, मिस्ड कॉल और फार्म के जरिए पार्टी करीब 50 हजार नए सदस्य बनाने में कामयाब हुई है। स्थिति सामान्य होने के बाद पार्टी घाटी के खासतौर से युवाओं को अपने साथ लाने के लिए बड़ा मुहिम शुरू करेगी। पार्टी के रणनीतिकारों को विश्वास है जब विकट और विरोध वाली परिस्थिति में उल्लेखनीय संख्या में विशेष समुदाय से जुड़े लोग साथ आए तो स्थिति सामान्य होने पर इसमें जबर्दस्त बढ़ोत्तरी होगी। बीजेपी को आतंकी जाकिर मूसा और बुरहान वानी से गृह क्षेत्र त्राल में पार्टी को एक हजार नए सदस्य मिले। इसी प्रकार आतंकवादियों का गढ़ माने जाने वाले पुलवामा, शेपियां और कुलगाम में भी पार्टी को तीन हजार नए सदस्य मिले। पार्टी को योजना राज्य में हालात सामान्य होने के बाद डेढ़ लाखों को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य है।
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