जबलपुर: मध्य प्रदेश की एक हिंदू लड़की एवं एक मुसलमान लड़के ने शादी के लिए आवेदन दिया है, जिसके चलते राजनीतिक और हिंदूवादी संगठनों में हलचल मची हुई है। तेलंगाना से भाजपा MLA टी राजा ने एक वीडियो जारी कर इस शादी का खुलकर विरोध किया है तथा इसे रुकवाने की अपील की है। विधायक टी राजा ने बताया कि यह शादी लव जिहाद के तहत हो रही है। इस मामले को लेकर कई हिंदू संगठन सक्रिय हो गए हैं तथा शादी को रोकने का जोरदार प्रयास कर रहे हैं।
टी राजा ने कहा, ‘अंकिता राठौर और हसनैन अंसारी 12 नवंबर को रजिस्टर्ड मैरिज करने वाले हैं। जबलपुर के जितने भी हिंदूवादी संगठन हैं उन्हें इस रजिस्टर्ड मैरिज को रोकना है। यदि अंकिता राठौर एक जिहादी के चंगुल में फंसेगी तो 10 जिहादियों को पैदा करेगी। बच्चा पैदा करने की मशीन बनेगी। और अगर वह बच्चा पैदा करने की मशीन नहीं बनती है तो किसी फ्रिज में कटी हुई पाएगी। ऐसे में सभी हिंदूवादी संगठन और कार्यकर्तओं से निवेदन है कि इस जिहादी को सबक सिखाएं। साथ ही अंकिता राठौर के परिवार को सूचित करें कि आपकी लड़की जिहाद में फंसने वाली है। रोकिये या फिर सबक सिखाइए।’
जबलपुर के सिहोरा में रहने वाले हसनैन अंसारी एवं इंदौर की अंकिता राठौर ने जबलपुर कलेक्टर कार्यालय में शादी का आवेदन दिया है। जिला प्रशासन ने उनकी शादी के लिए 18 नवंबर की तारीख निर्धारित की है, किन्तु उससे पहले ही हिंदूवादी संगठन इस शादी के खिलाफ विरोध कर रहे हैं।हिंदूवादी संगठनों का आरोप है कि यह शादी लव जिहाद के तहत कराई जा रही है। जबलपुर के हिंदूवादी संगठनों ने इंदौर के संगठनों से भी संपर्क किया है तथा शादी रोकने के लिए कानून का हवाला दिया है। उनका कहना है कि देश की सर्वोच्च अदालतें भी इस प्रकार की शादी को रोकने के लिए स्पष्ट आदेश दे चुकी हैं, इसलिए जिला प्रशासन का 18 नवंबर की तारीख निर्धारित करना कोर्ट के आदेशों की अवहेलना है।
बता दें कि मौहमदीन कानून के मुताबिक, एक मुसलमान लड़के की शादी एक मूर्तिपूजक या अग्निपूजक लड़की से वैध नहीं है। भले ही शादी विशेष विवाह अधिनियम के तहत पंजीकृत हो, यह विवाह अनियमित (फ़ासिद) माना जाएगा। इस मामले में लड़की के माता-पिता भी शादी के खिलाफ हैं तथा उन्होंने कुछ दिन पहले सिहोरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि हसनैन और अंकिता एक साथ टेलीकॉम कंपनी में काम करते थे। लड़की के परिवार ने बताया कि दोनों के बीच प्रेम हुआ और अब शादी करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही, अंकिता पिछले एक हफ्ते से घर नहीं पहुंची है, तथा परिवार का आरोप है कि हसनैन उसे बहला-फुसला कर कहीं रखे हुए हैं। इस शादी को लेकर हिंदूवादी संगठन जल्द ही इंदौर एवं जबलपुर के कलेक्टरों से मुलाकात कर उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए इसे रुकवाने का प्रयास करेंगे।
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