नई दिल्ली: दिनों दिन बढ़ती जा रही सियासी उठापटक के साथ राजनीतिक दल के पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने बीते मंगलवार यानी 17 मार्च 2020 को अपनी ही सरकार पर हुम्ला बोल दिया है और लोकसभा में कहा, सरकार के भीतर संवादहीनता से उनका दिल रोता है. वायुयान संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान रूडी ने कहा, पायलटों को विदेशों में प्रशिक्षण देने के लिए 50 करोड़ डॉलर धनराशि सालाना खर्च किया जा रहा है. जंहा उन्होंने कहा कि देश में केवल 250 पायलटों के प्रशिक्षण की व्यवस्था है जबकि देश को सालाना एक हजार पायलटों की जरूरत है. जंहा इस बात को लेकर उन्होंने कहा, दिक्कत यह है कि विमानन सेक्टर की दिक्कतों को कहीं भी कोई जानना नहीं चाहता है. वहीं इस बात का पता चला है कि कोई इन दिक्कतों को जानने की कोशिश तो करे, इस संवादहीनता पर दिल रोता है.
'पीएम के जैसे खपने को हम भी तैयार पर बात तो करो': मिली जानकारी के अनुसार रूडी ने कहा, पीएम जिस लगन के साथ खुद को देश के लिए खपाना चाहते हैं, हम भी देश के लिए खपने को तैयार हैं. हमें संसद का 30 साल का अनुभव है. जंहा अब तो रिटायर होने का वक्त है. राजनीतिक कैरियर के अपने अंतिम पांच साल में हैं हम. ये सब इसलिए कह रहा हूं कि शायद कोई हमें सुने.
'पटना में हो रही पैसे की बर्बादी': वहीं सूत्रों से पता चला है कि रूडी ने इससे पहले पटना हवाई अड्डे के सिलसिले में कहा, वहां पैसों की बर्बादी की जा रही है. वहां ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे की जरूरत थी और वह एक बड़ा विमानन हब बन सकता था लेकिन वहां 4700 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. जिससे एक फीसदी संचालन लाभ मिलेगा जो सिफ पैसे की बर्बादी है. उन्होंने कहा, वह इस मामले में सरकार से पिछले छह महीने से बात करना चाह रहे हैं लेकिन सरकार में विमर्श का अभाव है, अनुभवी लोगों की अनदेखी की जा रही है.
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