भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस के MLA पांचीलाल मेडा ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को बीजेपी के विधायकों ने सदन में उनकी शर्ट फाड़ दी। वहीं विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि मेडा ने स्वयं ही सदन में अपनी शर्ट फाड़ी थी।
दरअसल, गुरुवार दोपहर को विधानसभा सत्र के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के पश्चात् सदन से फटी शर्ट पहने बाहर आए मेडा ने विधानसभा परिसर में संवाददाताओं को बताया, 'बीजेपी विधायकों ने मेरी शर्ट फाड़ी है।' संवाददाताओं से चर्चा के चलते आदिवासी समुदाय से संबंध रखने वाले मेडा रोने लगे। उन्होंने कहा, 'मेरी जान को (बीजेपी विधायक) उमाकांत शर्मा एवं सरकार से खतरा है। मैं आदिवासी किसानों के लिए लड़ रहा था। इसलिए मेरी आवाज दबाने के लिए मुझे पिटवाया गया। विधानसभा अध्यक्ष एवं प्रदेश सरकार से अपनी सुरक्षा की मांग करूंगा।'
मेडा ने आरोप लगाया, 'सदन में मुझे डराया जाता है। पुलिस द्वारा मारा जाता है।' एक दिन पहले बुधवार को सदन में उनके द्वारा उमाकांत शर्मा का कॉलर पकड़ने के इल्जाम पर पूछे गये प्रश्न में मेडा ने कहा, 'मैंने उमाकांत शर्मा का कोई कॉलर नहीं पकड़ा था। उन्होंने मेरा कॉलर पकड़ा था तथा मुझे धक्का दिया था। मैं तो गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को बताने जा रहा था कि मेरे साथ विधानसभा परिसर के द्वार पर क्या हुआ था। उमाकांत मेरे समीप आए थे।' बृहस्पतिवार को प्रश्नकाल के हंगामे की भेंट चढ़ने के पश्चात् जैसी ही सदन की कार्यवाही आरम्भ हुई, मेडा यह बोलते हुए आसंदी के पास आ गए कि विधानसभा के द्वार पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा कल (बुधवार) उनके साथ किये गये दुर्व्यवहार के लिए वह इंसाफ चाहते हैं। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सदन को कहा कि मेडा के इन आरोपों की तहकीकात करवाई गई है तथा मेडा के साथ विधानसभा द्वार पर धक्का-मुक्की और कपड़े फाड़े जाने जैसी कोई घटना नहीं हुई। फिर सत्ता एवं विपक्ष के सदस्य दोनों ही आसंदी के पास हंगामा करने लगे।
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