इस्लामाबाद: भारत में कहीं भी दंगे होते हैं, शोभायात्राओं पर पथराव होता है, या हिंसा-आगज़नी होती है, तो विपक्षी दल खासकर कांग्रेस, अक्सर भाजपा-RSS पर आरोप लगाते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि, भाजपा-RSS अब पाकिस्तान में भी दंगे करवाने लगी है. यह बात हम नहीं, बल्कि खुद पाकिस्तान सरकार के बड़े नेता कह रहे हैं. दरअसल, पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी (PTI) कार्यकर्ता और समर्थक पूरे पाकिस्तान में हिंसक प्रदर्शन कर रहा है.
लेकिन, खुद पाकिस्तानी जनता ही यह नहीं समझ पा रही है कि, भारत से आए RSS और भाजपा के लोग, उनके देश में दंगे कर रहे हैं और उन्हें पहचान में नहीं आ रहे हैं और सरकार भी भाजपा-RSS के लोगों को हिंसा करने दे रही है, उनपर एक्शन नहीं ले रही. है न हास्यपद, लेकिन क्या करें, ठीकरा कहीं तो फोड़ना है. भारत में भी ऐसा होता है, दिल्ली दंगों (2020) में भी यही हुआ था, इल्जाम तो भाजपा-RSS पर खूब लगे, लेकिन कोर्ट में आम आदमी पार्टी (AAP) का ताहिर हुसैन मास्टरमाइंड निकला. साथ ही अदालत ने ये भी कहा था कि, ताहिर हुसैन द्वारा जुटाई गई भीड़ का एक ही मकसद था, हिन्दुओं को मारना और उन्हें अधिक से अधिक नुक्सान पहुँचाना. हाल ही में बंगाल में रामनवमी पर हुए दंगों को लेकर सीएम ममता बनर्जी ने भी यही आरोप लगाए थे, लेकिन कोलकाता हाई कोर्ट की टिप्पणी में स्पष्ट कहा गया है कि, दंगे की साजिश पहले ही रच ली गई थी, और छतों पर पत्थर जमा थे, जो शोभायात्राओं पर फेंके गए.
Attaullah Tarar, PMLN leader stated that the vandalism and arsonists were miscreants from RSS.
— sidsatsin63 (@sidsatsin63) May 10, 2023
hahaha....
At a time when Pak burns, it's bigoted, ugly politicians r stupid enuf to utter such garbage.
On lighter side, RSS is better than ISI ????????????https://t.co/VH1TY9OfsG
इसी क्रम में मंगलवार (9 मई) से पाकिस्तान में हो रही इस हिंसा को रोकने में नाकाम शहबाज सरकार बेतुके दावे किए हैं. पीएम शहबाज शरीफ के विशेष सहायक अत्ता तरार ने यह दावा किया है कि इस हिंसा में RSS और भाजपा का हाथ है और इन्होंने भारत से लोग भेजे हैं, जो पाकिस्तान में हिंसा और आगजनी कर रहे हैं. अत्ता तरार ने बुधवार (10 मई) को एक मीडिया ब्रीफिंग में स्पष्ट कहा कि जो लोग पाकिस्तान में तोड़-फोड़ और आगजनी कर रहे हैं, वे भारत से RSS और भाजपा द्वारा भेजे गए लोग हैं.
तरार ने आगे कहा कि पाकिस्तान में हिंसा के बाद भारत में जश्न मनाया गया. भाजपा और RSS ने इसका जश्न मनाया और मिठाइयां बांटी. उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ है, वो RSS के कहने पर हुआ है. दरअसल पाकिस्तान के पूर्व पीएम और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) अध्यक्ष इमरान खान को मंगलवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट (IHC) के बाहर से अरेस्ट किए जाने से पूरे देश में हिंसा भड़क उठी है.
प्रदर्शनकारियों ने रावलपिंडी में जनरल हेडक्वार्टर (GHQ) की तरफ जाने वाली सड़कों पर टायर जलाए और ईंटें और ब्लॉक फेंके, जबकि अन्य ने JHQ के मुख्य द्वार पर पत्थर और ईंटें फेंकी. वहीं इस्लामाबाद, लाहौर, कराची, पेशावर और पूरे देश के अन्य बड़े शहरों में PTI समर्थकों ने मुख्य राजमार्गों को बाधित कर दिया.
पाकिस्तान का दस्तूर, अधिकतर प्रधानमंत्रियों का हुआ बुरा हाल :-
दरअसल, 1947 में भारत से अलग होकर इस्लामी मुल्क बने पाकिस्तान का यह दस्तूर रहा है कि, वहां सेना ही प्रधानमंत्री निर्धारित करती है, फिर इच्छा होने पर उसे दूध में से मक्खी की तरह निकालकर फेंक देती है. इस सूची में पहला नाम जुल्फिकार अली भुट्टो का आता है, जिन्हे कुर्सी जाते ही जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा था. भुट्टो के अलावा, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे बेनजीर भुट्टो, यूसुफ रजा गिलानी, शाहिद खाकान अब्बासी, नवाज शरीफ को भी अलग-अलग आपराधिक मामलों में कालकोठरी में दिन काटने पड़े हैं. अब इस सूची में पूर्व पीएम इमरान खान का नाम भी शामिल हो गया है. ध्यान रहे कि, जुल्फिकार अली भुट्टो को पाकिस्तान में फांसी दी गई थी, जबकि बेनज़ीर भुट्टो को एक आत्मघाती हमले में मार डाला गया था. जुल्फिकार के मरने के बाद तो उनकी पेंट उतारकर इस्लामी देश में यह तक देखा गया था कि, वो मुसलमान भी थे या नहीं ?
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