श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने धारा 370 को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया हैं. उन्होंने कहा कि इसकी बहाली में चीन से सहायता मिल सकती है. इसके साथ ही फारूख अब्दुला ने कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले का समर्थन करने वाले गद्दार हैं. वहीं, इनके इस बयान पर भाजपा महासचिव दुष्यंत गौतम ने करारा पलटवार किया है।
उन्होंने कहा कि, मैं देश के उन सभी मुसलमानों को पूछना चाहता हूं, जो हमें राष्ट्रवाद की पाठ पढ़ाते हैं कि वह फारूक अब्दुल्ला के बयान पर वे क्या कहेंगे ? कहां है राष्ट्रभक्ति? फारुख अब्दुल्ला कि राष्ट्र विरोधी मानसिकता उजागर हो गई है. इनको देश से कोई प्यार नहीं है इनको राष्ट्रवाद में कोई विश्वास नहीं है. 370 भारत का अंदरुनी मसला है, इसमें चीन पाकिस्तान का क्या लेना देना है. फारूक अब्दुल्ला का यह बयान देश विरोधी है.
दुष्यंत गौतम ने आगे कहा कि मैं कांग्रेस को भी कहना चाहूंगा कि जब भी पाकिस्तान चीन के साथ ऐसी स्थिति आती है, तो ये दोनों दल एक ही जैसे बयान क्यों देती हैं . फारूख अब्दुला के इस बयान को राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा ने देशद्रोही बयान करार दिया हैं. उन्होंने कहा कि फारूक अब्दुल्ला पुराने नेता हैं वह सीएम रह चुके हैं, काफी सालों तक लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं, वे आज सत्ता के लिए देश की संप्रभुता से समझौता कर रहे हैं. गोली के मुकाबले बोली का हमला अधिक खतरनाक होता है. राकेश सिन्हा ने कहा कि उनकी इच्छा सामने आ गई है. कल तक पाकिस्तान की हिमायत कर रहे थे. अब चीन की कर रहे हैं. माफी मांगने से काम नहीं चलेगा यह स्पष्ट तौर पर देशद्रोह है. फारूक अब्दुल्ला जाकर चीन की नागरिकता ले ले वहां बस जाएं.
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