अमृतसर: पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने लाल किला हिंसा के आरोपियों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. इस साल गणतंत्र दिवस पर केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा भड़कने के बाद दिल्ली पुलिस ने 83 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. चन्नी सरकार ने इन्हीं आरोपियों को मुआवजे के रूप में दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा की है.
राज्य सरकार के इस फैसले से पंजाब में सियासी भूचाल आ गया है. पंजाब भाजपा के महासचिव सुभाष शर्मा ने चन्नी सरकार के इस फैसले की निंदा करते हुए कहा है कि, ‘जिस लाल किले पर हिंसा के कारण पूरा देश शर्मसार हो गया था. उस हिंसा के आरोपियों को 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देकर पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने यह साबित कर दिया है कि ये हिंसा कांग्रेस द्वारा प्रायोजित की गई थी और इस साजिश में कांग्रेस के नेता भी शामिल थे.'
सुभाष शर्मा ने आगे कहा कि, ‘जनता के टैक्स के पैसों को सीएम चरणजीत सिंह चन्नी देश विरोधी लोगों को राहत के रूप में बांट रहे हैं. पंजाब भाजपा, केंद्रीय गृह मंत्री से मांग करती है कि लाल किले पर हुई हिंसा के मामले में कांग्रेस की संलिप्तता की NIA से गहन जांच कराई जाए और ये पता लगाया जाए कि कहीं कांग्रेस इस प्रकार के आंदोलन के जरिए हिंसा भड़काने का प्रयास तो नहीं कर रही, या पंजाब का माहौल बिगाड़कर अपनी सियासी रोटियां तो नहीं सेक रही.'
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