नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों पर किसानों की केंद्रीय मंत्रियों के साथ जारी वार्ता से पहले कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार सिर्फ सड़कों पर किए जाने वाले प्रदर्शनों की भाषा समझती है.
अधीर रंजन ने कहा कि कांग्रेस ने इन कानूनों पर संसद की स्थायी समिति के माध्यम से कहीं अधिक परामर्श एवं विचार करने की मांग की थी, किन्तु यह आग्रह अस्वीकार कर दिया गया और जब कांग्रेस सांसदों ने संसद में इसका विरोध किया तो उन्हें सदन से सस्पेंड कर दिया गया. लोकसभा में कांग्रेस के नेता चौधरी ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए कहा कि, 'कांग्रेस ने जब किसान विरोधी बिलों का विरेाध किया, तब सत्तारूढ़ पार्टी ने हम पर किसानों के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया था और यहां तक कि हमारे सदस्यों (सांसदों) को संसद में उस समय निलंबित कर दिया गया जब विधेयकों को पारित कराए जाने से पहले उन पर मतविभाजन की मांग की गई.'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि, 'अब यही सरकार बहुत ही बेमन से किसानों की मांगों के आगे झुकने को विवश हुई है. आपको बता दें कि सरकार और किसान संगठनों के बीच पांचवें दौर की अहम बैठक से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने प्रदर्शनकारी समूहों के सामने दिए जाने वाले संभावित प्रस्ताव पर विचार-विमर्श के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है.
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