नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने से पहले राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। हालाँकि चुनाव कार्यक्रम का आधिकारिक ऐलान अभी नहीं हुआ है, लेकिन सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दोनों ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। AAP ने सभी 70 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं, जबकि बीजेपी भी जल्द अपनी पहली सूची जारी करने वाली है।
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी इस बार दिल्ली की सत्ता में वापसी के लिए मध्य प्रदेश वाला फॉर्मूला आजमाने जा रही है। पार्टी की रणनीति है कि उन सीटों पर पहले उम्मीदवार घोषित किए जाएं, जिन्हें चुनौतीपूर्ण माना जाता है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सीट नई दिल्ली और मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी की सीट कालकाजी पर उम्मीदवारों का ऐलान पहली सूची में हो सकता है। इसके अलावा, बीजेपी कुछ पूर्व सांसदों को भी मैदान में उतारने की योजना बना रही है।
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी पूर्व सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा को उतार सकती है। प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं और उनका दिल्ली में खासा प्रभाव माना जाता है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा भी चुनाव लड़ सकते हैं। बीजेपी की पहली सूची में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस छोड़कर आए नेताओं जैसे कैलाश गहलोत, राजकुमार गौतम, राजकुमार चौहान और अरविंदर सिंह लवली को भी टिकट मिलने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में AAP और कांग्रेस के कुछ और बड़े नेता बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। ऐसे नेताओं को भी टिकट दिए जाने की पूरी संभावना है।
बीजेपी ने सीटवार सर्वे पूरा कर लिया है और हर विधानसभा सीट से तीन संभावित उम्मीदवारों का पैनल तैयार किया गया है। पार्टी के मौजूदा आठ विधायकों में से कुछ के टिकट कटने की भी चर्चा है। दिलचस्प बात यह है कि बीजेपी ने दिल्ली चुनाव को किसी एक चेहरे के नाम पर लड़ने के बजाय सामूहिक नेतृत्व के फॉर्मूले पर लड़ने का फैसला किया है। इसी रणनीति ने पार्टी को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सफलता दिलाई थी। उम्मीद की जा रही है कि चुनाव आयोग जनवरी के पहले हफ्ते में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। इससे पहले बीजेपी सभी 70 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर अपनी रणनीति को पुख्ता करना चाहती है।