रायपुर: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा एवं RSS नफरत फैला रहे हैं। प्रभु श्री राम ने सबको गले लगाया, चाहे केवट हो, जटायु, शबरी या वानर। और तो और रावण की मृत्यु पर अपने अनुज को लक्ष्मण को ज्ञान लेने उसके समीप भेजा। इन व्यक्तियों ने राम में जो करुणा, दया, प्रेम है, उसको तो स्वीकार किया नहीं। इस चरित्र में हैं क्या ये लोग। बृहस्पतिवार शाम सीएम बघेल हिमाचल प्रदेश के चुनावी दौरे से लौटने के पश्चात् बृहस्पतिवार देर शाम हवाईअड्डे पर मीडिया से बात कर रहे थे।
सीएम बघेल ने प्रभु श्री कृष्ण का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने सत्य के लिए लड़ाई लड़ी। धर्म के लिए लड़ाई लड़ी। उसके लिए सब कुछ झोंक दिया। गीता जैसे उपदेश दिया, किन्तु यह लोग किस रास्ते पर हैं। इन व्यक्तियों ने किसको गले लगया है। यह लोग हिंदू- मुसलमान में नफरत फैलाते हैं। बीजेपी नेताओं का बार-बार बयान आता है कि पाकिस्तान भेज देना चाहिए। उसको अखंड भारत में मिला देना चाहिए। यह कौन सी राजनीति है? कौन सी सामाजिक नीति है या तो पहले ही स्पष्ट करें।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि इस देश में विविधता है, यही हमारी ताकत है। इस देश में हजारों-हजारों वर्ष से जातियां आई हैं। हिंदुस्तान में जो सामाजिक ताना-बाना है, ऐसा यंत्र है जो सब को पचा लेता है। सबको अपने में समाहित कर लेता है। विश्व में अनेक जातियां उभरीं। देश बने, वह ऊंचाई पर भी पहुंचे, किन्तु आज उसका अस्तित्व समाप्त हो गया। भारत का अस्तित्व ख़त्म नहीं हुआ। इसमें सब को स्वीकार करने की क्षमता, ताकत है। जबकि इनके दिलों में नफरत है तथा नफरत से दिलों को नहीं जीता जा सकता। वही बीजेपी नेताओं के उनको सबसे योग्य व्यक्ति बताए जाने के बयान पर सीएम ने कहा कि, धरमलाल कौशिक जिस पद में थे, वह भी नहीं बचा पाए। बृजमोहन अग्रवाल बीते 20 वर्षों से लगे हुए हैं नंबर एक पर जाने के लिए, मगर आज तक पहुंच नहीं पाए। उनकी सलाह के लिए उनको धन्यवाद। बीजेपी नेताओं ने उनकी लोकप्रियता को कबूल किया। कहीं घबराहट तो नहीं है, इसलिए दिल्ली जाने की बात कह रहे हैं। मतलब 2023 के चुनाव की हार को कबूल कर लिया। मैं उनको धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हार को कबूल तो किया।
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