नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यह कहा है कि गरीबों की सेवा करना हमारा धर्म है और उनकी तकलीफों को भी दूर करना हमारी प्राथमिकता होना चाहिये। मोदी ने गरीबों को वोट बैंक मानने से सिरे से इनकार किया है। उनका कहना है कि गरीब हमारे लिये सेवा का अवसर है न कि चुनाव जीतने का माध्यम या वोट बैंक। मोदी ने यह बात बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कही।
बैठक के बाद मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुये केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि नोटबंदी के निर्णय को देश के गरीबों ने स्वीकार किया है, नोटबंदी से किसी को परेशानी नहीं है, सिवाय कालेधन कुबेरों को। प्रसाद ने बताया कि बैठक में मोदी ने राजनीतिक दलों के चंदे में पारदर्शिता की बात पर जोर दिया है, मोदी ने बीजेपी के इस मामले में आगे आने का संकल्प दोहराया।
गौरतलब है कि बैठक में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मुद्दे पर तो गहन विचार विमर्श किया ही गया वहीं अन्य कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा कर फैसले लिये गये।
प्रणब को गरीबों की चिंता, कहा-तकलीफ का ध्यान रखे