लखनऊ: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी का घमंड इन दिनों सिर चढ़कर बोल रहा है. इस घमंड में बीजेपी नेतृत्व ने भाषा तथा आचरण की मर्यादा को तिलांजलि दे दी है. बीते दिनों बिना किसी संदर्भ के कन्नौज की एक घटना की चर्चा बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने जिस भाषा में की, उससे पॉलिटिक्स की साख को भी बट्टा लगा है.
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी नेतृत्व का संविधान तथा लोकतंत्र के इंतजामों में विश्वास नहीं रह गया है. इसीलिए ऐसे दुस्साहसपूर्ण दावे किए जा रहे हैं कि उनकी सरकार हमेशा राजनीती में बनी रहेगी. यह दावा तो संविधान के अनुरूप आचरण के विपरीत तानाशाही मानसिकता के षड्यंत्र का इशारा देता है.
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से महान दल के नेशनल प्रेजिडेंट केशव देव मौर्य ने मुलाकात की. दोनों नेताओं के मध्य इस बात पर सहमति बनी कि साल 2022 का विधानसभा इलेक्शन अखिलेश यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. समाजवादी पार्टी तथा महान दल मिलकर सोशल इन्साफ की जंग लड़ेंगे. समाजवादी पार्टी सरकार बनाने के लिए महान दल पूरी शक्ति से कार्य करेगा. चर्चा के दौरान केशव देव मौर्य ने कहा कि बीजेपी सरकार में शाक्य, सैनी, कुशवाहा तथा मौर्य समाज के साथ न्याया नहीं हो रहा है. केशव देव मौर्य के साथ शिव कुमार यादव, जेपी मौर्य व गजेन्द्र शाक्य भी थे. इसी के साथ अखिलेश ने अपनी राय रखी है.
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