कोरोना के कम होने के साथ तेजी से बढ़ रहा ब्लैक फंगस का कहर, अब तक 28 हजार केस आए सामने

कोरोना के कम होने के साथ तेजी से बढ़ रहा ब्लैक फंगस का कहर, अब तक 28 हजार केस आए सामने
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कोविड सक्रमण के उपरांत महामारी बनी फंगस अब तक देश के 28 राज्यों में मिल चुकी है। कुछ दिन पहले तक 26 राज्यों में 19 हजार के तकरीबन केस देखने को मिले है लेकिन सोमवार को मंत्री समूह की उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों ने कहा कि 28 राज्यों में अब तक 28 हजार से ज्यादा केस देखने को मिले है। हालांकि बैठक के दौरान अधिकारियों ने मौत को लेकर जानकारी सार्वजनिक नहीं की है जिसके चलते फंगस की वजह से अब तक देश में करीब 300 मरीजों की जान जाने की खबर सामने आई है।

बैठक में अधिकारियों ने कहा कि देश में 28,252 मरीज फंगस संक्रमित मिले हैं जिनमें से 86 प्रतिशत (24,370 मामले) मरीज कोविड संक्रमित रहे हैं। वहीं इन मरीजों में 62.3 प्रतिशत (17,601) मधुमेह पहले से था। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 6,339 केस अब तक मिल चुके हैं। वहीं गुजरात में 5,486 लोग फंगस के शिकार हो चुके है। इस  बीच जीनोम सिक्वेसिंग को लेकर अधिकारियों ने कहा गया है कि 10 लैब में अब तक 30 हजार से अधिक सैंपल की सिक्वेसिंग पूरी हो चुकी है जिनके जरिए अलग अलग वैरिएंट के बारे में जानकारी भी मिल रही हैं।

इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बोला कि भारत में संक्रमण को लेकर हालात अब बहुत  तेजी से सुधर रहे हैं। कोविड की रिकवरी दर भी बढ़ रही है। उन्होंने  कहा कि देश के 17 प्रतिशत सक्रिय  केस 26 राज्यों में हैं। 7 राज्य दिल्ली, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, उत्तराखंड और झारखंड में रोजाना हजार से कम केस सामने आए है।

जंहा पांच राज्य जम्मू, पंजाब, बिहार, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में यह संख्या दो हजार से कम केस आने की खबर है। यहां तक कि महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में भी केसों के आंकड़े में भी महत्वपूर्ण दर से गिरावट देखने को मिली है। यहां संक्रमण की बढ़ोतरी दर 14.7 प्रतिशत (5 मई) से घटकर 3.48 प्रतिशत हो चुकी है।

28वीं बैठक में स्वास्थ्य मंत्री के अतिरिक्त विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप एस पुरी और नित्यानंद राय, एवं अश्विनी कुमार चौबे भी मौजूद थे। इनके अलावा नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल, डीबीटी सचिव डॉ. रेणु स्वरुप, स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉ. सुनील कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

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