अगर गर्दन पर दिखे ये निशान तो हो सकती है ये खतरनाक बीमारी

अगर गर्दन पर दिखे ये निशान तो हो सकती है ये खतरनाक बीमारी
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आप सभी ने आज तक कई लोगों की गर्दन के चारों ओर काली लाइन्‍स को देखा है। हो सकता है यह आपको भी हो लेकिन अगर हाँ है तो सचेत हो जाएं क्‍योंकि यह प्रीडायबिटीज/डायबिटीज का शुरुआती कारण हो सकता है। जी हां, गर्दन के चारों ओर पिगमेंटेड त्वचा, जिसे एन्थोसिस निगरिकन्स भी कहा जाता है, इंसुलिन रेजिस्टेंस का संकेत है। जी दरअसल, यह प्रीडायबिटीज/डायबिटीज का शुरुआती कारण हो सकता है। आपको बता दें कि इसकी जानकारी पोषण कंपनी हेल्थ हैच की एक्‍सपर्ट निहारिका बुधवानी के अपने इंस्‍टाग्राम के माध्‍यम से शेयर की है। आपको बता दें कि एक अध्ययन के अनुसार, 'डायबिटीज से पीड़ित हर दो भारतीयों में से एक (47%) अपनी कंडीशन से अनजान है और केवल एक चौथाई (24%) ही इसे कंट्रोल में लाने का प्रबंधन करते हैं।'

प्रारंभिक डायबिटीज/प्रीडायबिटीज के ये लक्षण और संकेत, जीवनशैली में बदलाव जैसे डाइट पर काम करना, रेगुलर एक्‍सरसाइज करना, तनाव और नींद पर काम करना, स्‍मोकिंग और तंबाकू का उपयोग कम करना आदि के साथ उनकी कंडीशन को उलटने में मदद कर सकते हैं। कई लोग लंबे समय से डायबिटीज से पीड़ित होते हैं और जब तक उन्हें रेगुलर ब्‍लड टेस्‍ट करने की सलाह नहीं दी जाती हैं तब तक वे इससे अनजान रहते हैं। डायबिटीज आपकी त्वचा सहित आपके शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकती है। जी दरअसल जब डायबिटीज त्वचा को प्रभावित करती है, तो यह अक्सर एक संकेत होता है कि आपके ग्लूकोज का लेवल बहुत अधिक है।

इसका मतलब यह हो सकता है कि आपको डायबिटीज या प्री-डायबिटीज है। यह त्वचा की कंडीशन अक्सर छोटे उभरे हुए ठोस धक्कों के रूप में शुरू होती है जो पिंपल्स की तरह दिखते हैं। धब्बे पीले, लाल या भूरे रंग के हो सकते हैं। पैरों पर लाल, सूजे हुए और सख्त पैच नेक्रोबायोसिस लिपोइडिका है। आप ब्‍लड वेसल्‍स को देख सकती हैं या त्वचा में खुजली और दर्दको महसूस कर सकती हैं। इसके अलावा आपकी गर्दन, बगल, कमर या अन्य जगहों पर मखमली त्वचा का गहरा पैच (या बैंड) का मतलब यह हो सकता है कि आपके ब्‍लड में बहुत अधिक इंसुलिन है। यह अक्सर प्रीडायबिटीज का संकेत होता है। हमेशा गर्दन की सिलवटों में त्वचा का रंग गहरा होना, एएन पहला संकेत हो सकता है कि किसी को डायबिटीज है। जी हाँ और जब यह उंगलियों, पैर की उंगलियों या दोनों पर विकसित होता है, तो इस कंडीशन का मेडिकल नाम डिजिटल स्केलेरोसिस है।


प्रीडायबिटीज को कंट्रोल करने के तरीके- सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण अपनी डाइट पर काम करना है। जौ, ज्वार, रागी, जई जैसे विभिन्न प्रकार के अनाज शामिल करें और दैनिक आधार पर मैदा का उपयोग सीमित करें। इसी के साथ हर दिन अपनी डाइट में फलों और सब्जियों की 3-4 सर्विंग शामिल करें। इसके अलावा अगर आप अधिक वजन वाले हैं, तो कृपया अपने शरीर की कुल चर्बी को कम करने पर काम करें, कैलोरी की कमी वाली डाइट को फॉलो करें।

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