पेशावर : आतंक को जन्म देने और पनाह देने वाला पकिस्तान खुद ही अब उसका शिकार बनता नज़र आ रहा है. जिसे पकिस्तान ने अपने रहमो-करम पर पाल-पोस कर उसे दुनिया में आतंक फैलाने के लिए सक्षम बनाया आज वहीं आतंक पाकिस्तान के गले कि फांस बन बैठा है. आये दिन पकिस्तान में धमाके हो रहे हैं जिसके चलते पाकिस्तानी नागरिकों को अपनी जान गवानी पड़ रही है. पाकिस्तान के अशांत उत्तरी वजीरिस्तान में एक सेना के वाहन में हुए धमाके से लगभग 6 नागरिकों की मौत हो गयी.
मिली जानकारी के मुताबिक यह विस्फोट रिमोट कंट्रोल बम से किया गया, जो एक मोटरसाइकिल में रखा हुआ था. वजीरिस्तान के कबाइली क्षेत्र के एक उच्च प्रशासक कमरान अफरीदी ने जानकारी दी है कि इस हादसे में मरने वाले सभी पाकिस्तानी नागरिक हैं. इस धामके में 8 अन्य लोग घायल हुए हैं. उत्तरी वजीरिस्तान एजेंसी के मीर अली तहसील में एक सड़क किनारे खड़ी मोटरसाइकिल में यह बम प्लांट किया गया था. यह क्षेत्र पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा के निकट कबाइली इलाके में है.
वहीं अफरीदी ने जानकारी देते हुए कहा कि इस ब्लास्ट में जहां तकरीबन 6 लोगों की मौत हो गयी वहीं 8 अन्य लोग जख्मी हो गए. घायलों को इलाज़ के लिए अस्पताल भिजवाया गया है. आतंकवाद के खिलाफ जर्ब-ए-अज्ब नाम का अभियान चलाया जा रहा था, जब यह अभियान समाप्त हुआ उसके बाद से यह पहला धमाका है. इससे पहले अभी पिछले हफ्ते ही इसी तरह का एक और धमाका दक्षिणी वजीरिस्तान एजेंसी में हुआ था जिसमे 5 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था.
'हिंदुस्तान जिंदाबाद' लिखना पाकिस्तानी को पड़ा महंगा