बचपन में हम जैसे विद्या के पेड़ की कुछ पत्तियों को किताबों में रखते थे, वैसे ही मोर के पंख को कई बार हमने किताबों में रखना है. कई लोग आज भी ऐसा ही करते हैं और घर में भी रखा करते हैं. पहले के लोग मोर के पंख को कलम बना कर उससे लिखा भी करते थे. इतना ही नहीं हमारे देवी देवताओं को मोर पंख किसी न किसी रूप में पसंद ही है. ये भी कहा जाता है मोर पंख घर में रखने से घर सुंदर तो लगता ही है बल्कि ये बुरी चीज़ों के प्रभाव से भी बचाता है. आज हम इसी के बारे में कुछ और बातें आपको बताने जा रहे हैं.
* मोर पंख का महत्व भारत में ही सबसे अधिक माना जाता है. कहा जाता है ये हमारे घर को बुरी शक्तियों के प्रभाव से बचता है.
* आज भले ही हम इसे अच्छा मानते हों लेकिन पहले के समय में पश्चिमी देशों के लोग मोरपंख को दुर्भाग्य के रूप में देखते थे. लेकिन बाद में जब इसकी शुभता का अनुभव हुआ उसके बाद ही इसे शुभ माना जाने लगा.
* हमारे देश में मोरपंख को देवी लक्ष्मी और देवी सरस्वती के साथ जोड़कर देखा जाता है.
* कहा जाता है लोग मोरपंख का इस्तेमाल देवी लक्ष्मी की विशेषता को पाने के लिए किया जाता है. धन की देवी लक्ष्मी की पूजा सौभाग्य, खुशहाली और धन धान्य व संपन्नता के लिए की जाती है.
* इतना ही नहीं मोरपंख को आध्यात्म से जोड़कर भी देखा जाता है. इससे पुराने काल में बड़े-बड़े ग्रन्थ भी लिखे गए हैं.
* बौद्ध धर्म में मोरपंख को खुले विचारों का प्रतिक माना जाता है. कहा जाता है जिस तरह मोर अपने पंख खोल देता है उसी तरह ये भी खुलेपन का प्रतीक है.
* इस्लाम धर्म में मोर के खूबसूरत पंख को शाही बगीचे का प्रतीक माना जाता है. वहां भी इसका इस्तेमाल किया जाता है.