कोरोना संक्रमण के बीच Escorts (एस्कॉर्ट्स) समूह को अपनी यात्रा के इतिहास में एक अहम पड़ाव के लिए ऋषि कपूर को धन्यवाद देना चाहिए. 1970 के दशक के शुरुआती दिनों में जब बॉलीवुड के इस दिग्गज अभिनेता ने अपने पिता राज कपूर की फिल्म बॉबी में मुख्य अभिनेता के रूप में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. ठीक उसी समय में Rajdoot GTS 175 (राजदूत जीटीएस 175) भारतीय टूव्हीलर सेगमेंट में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहा था. लेकिन इस मोटरसाइकिल को कामयाब बनाने के लिए जो काम मार्केटिंग अभियानों के जरिए हासिल नहीं हुआ वो ऋषि की फिल्म बॉबी ने कर दिखाया था. फिल्म रिलीज होने पर इस मोटरसाइकिल की बिक्री आसमान छूने लगी, और इसके साथ ही इसे एक नया नाम भी मिला - बॉबी राजदूत.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि फिल्मी पर्दे पर मोटरसाइकिल पर सवार एक युवा हीरो-हीरोइन को देखना दर्शकों के लिए एक बिलकुल नया अनुभव था, क्योंकि इससे पहले उन्होंने सिर्फ मध्यम आयु वर्ग के अभिनेताओं को ही देखा था. Escorts ने भारत में बाइक बेचने के लिए पोलैंड की ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी SHL के साथ करार किया था और इस समझौते के नतीजों में से एक था बॉबी राजदूत.
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अगर आपको नही पता तो बता दे कि इस मोटरसाइकिल में 173 cc, 2-स्ट्रोक इंजन मिलता था जो 7.5 bhp का पावर और 12.7 Nm का टॉर्क जेनरेट करता था. इसमें सवारों के लिए बैठने की स्थिति भी आरामदायक नहीं थी, फिर भी राजदूत GTS 175 युवाओं में छा गई. और यह मुमकिन हुआ था फिल्म बॉबी में इस मोटरसाइकिल को दिखाए जाने के बाद. बाइक पर क्रोम का व्यापक उपयोग किया गया था और एक स्टेपनी भी लगाई गई थी. खास बात यह है कि उस समय यह तीसरी पहिया किसी मोटरसाइकिल में नहीं देखा गया था.
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