नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव के 1 दिसंबर को आने वाले परिणामों से सीएम योगी के अब तक के कार्यकाल का मूल्यांकन हो जाएगा .दूसरे शब्दों में कहें तो यह योगी सरकार का लिटमस टेस्ट है . जो योगी के लिए किसी अग्निपरीक्षा से गुजरने जैसा ही है.
उल्लेखनीय है कि निकाय चुनाव के तहत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत अयोध्या से करेंगे,क्योंकि यहां पहले चरण में चुनाव होगा.पहली बार नगर निगम बने अयोध्या में योगी की प्रतिष्ठा जुड़ी है. अब देखना यह है कि अयोध्या की दिवाली योगी की पार्टी को कितने वोट दिलाती है.उधर, अयोध्या से अखिलेश यादव ने गुलशन बिन्दु को अपना प्रत्याशी बनाया है.
बता दें कि इस नगरीय निकाय की चुनाव की डोर सीएम योगी के ही हाथ में है.योगी 16 नगर निगमों और 25 जिलों में प्रचार कर करीब दो दर्जन चुनावी सभाएं करने की चर्चा है.इसे अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है . वैसे इतना तो तय है कि यूपी के निकाय चुनाव में योगी आदित्यनाथ ही चुनाव के स्टार प्रचारक होंगे.
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