मुंबई : मुंबई पुलिस की ट्रैफिक हेल्पलाइन के व्हाट्सएप नंबर पर एक धमकी भरा मैसेज मिलने के बाद पूरे पुलिस महकमे में हलचल मच गई। इस मैसेज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बम विस्फोट की साजिश का जिक्र किया गया है। कहा गया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के दो एजेंट इस साजिश में शामिल हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज की और जांच शुरू कर दी।
मैसेज भेजने वाले नंबर की जांच में पता चला कि यह नंबर राजस्थान के अजमेर से जुड़ा हुआ है। इसके बाद मुंबई पुलिस ने तुरंत अपनी एक टीम अजमेर भेजी है, ताकि संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा जा सके और इस साजिश की सच्चाई का खुलासा किया जा सके। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की है कि मैसेज में आईएसआई एजेंट्स का जिक्र और प्रधानमंत्री पर हमले की योजना का दावा किया गया है। इस घटना ने मुंबई पुलिस को पूरी तरह से सतर्क कर दिया है। हालाँकि पुलिस का कहना है कि ऐसे अधिकतर मामलों में धमकी देने वाले शराब के नशे में धुत्त होते हैं या मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे होते हैं। मुंबई पुलिस को उनके व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर पर इस तरह के धमकी भरे मैसेज अक्सर मिलते हैं। यह नंबर मूल रूप से ट्रैफिक से जुड़ी समस्याओं और शिकायतों के लिए शुरू किया गया था, लेकिन अब इसका दुरुपयोग बढ़ता जा रहा है।
भले ही ऐसे मामलों में पहले ज्यादातर धमकियाँ झूठी साबित हुई हैं, लेकिन इस बार पुलिस कोई जोखिम नहीं ले रही है। अजमेर भेजी गई टीम को जल्द से जल्द संदिग्ध व्यक्ति की पहचान और गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस उस व्यक्ति के मकसद और मानसिक स्थिति का पता लगाने की कोशिश कर रही है। यह घटना न केवल सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि तकनीक के दुरुपयोग से कितनी गंभीर समस्याएँ खड़ी हो सकती हैं। फर्जी संदेशों और झूठी धमकियों से न केवल पुलिस का समय बर्बाद होता है, बल्कि असली खतरों से निपटने में भी बाधा आती है। मुंबई पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें और अफवाहों से बचें। साथ ही, पुलिस ने फर्जी संदेश भेजने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।