लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जामिया हबीबिया मस्जिद-ए-आज़म मदरसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को आतंकवादी बताने वाली एक किताब मिली है। मदरसे में नकली नोटों की अवैध छपाई से जुड़े एक मामले की जांच के दौरान यह जानकारी मिली। महाराष्ट्र के पूर्व आईजी एसएम मुसारिफ द्वारा लिखी गई और पाकिस्तान के डॉन अखबार में प्रकाशित लेखों वाली यह किताब छापेमारी के दौरान जब्त की गई सामग्री में शामिल थी।
28 अगस्त को पुलिस ने अतरसुइया स्थित मदरसे पर छापा मारा और वहां से एक लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए, साथ ही इन नोटों को छापने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मशीन भी बरामद की। इस कार्रवाई में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया: करेली से मोहम्मद अफजल और मोहम्मद शाहिद, अतरसुइया से मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरिफीन और ओडिशा से जाहिर खान उर्फ अब्दुल। मदरसे के मौलाना ने ही खुद उन्हें उनकी अवैध गतिविधियों के लिए एक कमरा मुहैया कराया था।
नकली नोटों के कारोबार में पुलिस की जांच में आरोपियों के मोबाइल फोन पर आरएसएस विरोधी किताब और संदिग्ध सामग्री मिली है, जिसमे बताया गया है कि 26/11 का मुंबई आतंकी हमला हिन्दू आतंकियों ने किया था, जबकि इस हमले का आतंकी अजमल कसाब जिन्दा पकड़ा गया था और हिन्दू आतंकवाद का प्रोपेगेंडा फैलाने वालों की पोल खुल गई थी। अब खुफिया ब्यूरो मामले की आगे की जांच कर रहा है। कुछ संदिग्ध अभी भी फरार हैं, आशंका है कि वे पाकिस्तान भाग गए हैं।
'नक्सलवाद का पूरा खात्मा करेंगे..', 9 नक्सलियों के एनकाउंटर पर बोले सीएम विष्णु देव साय
तेलंगाना बाढ़ को लेकर कांग्रेस सरकार पर भड़के KTR, राहुल गांधी पर साधा निशाना
ब्रूनेई पहुंचे पीएम मोदी, क्राउन प्रिंस ने गर्मजोशी से किया स्वागत