भारतीय मुक्केबाज NT लालबियाक्किमा यहां WBC एशियाई मुक्केबाजी परिषद के महाद्वीपीय लाइट फ्लाइवेट खिताबी मुकाबले में फिलिपींस के जैसन वायसन से हार का सामना करना पड़ गया है। वर्ल्ड में 47वें स्थान पर काबिज वायसन ने शनिवार रात दुबई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में 10 राउंड के मुकाबले में जजों के सर्वसम्मत फैसले में जीत भी हासिल की है। लालबियाक्किमा के पेशेवर करियर की पहली हार कही जा रही है। तीनों जज ने 97-94, 97-93 और 96-94 के साथ वायसन के पक्ष में निर्णय दिया। मिजोरम के रहने वाले लालबियाक्किमा को अपने छोटे कद की हानि हुई है। उन्होंने अपने दाहिने हाथ के मुक्कों से इसकी भरपाई करने का प्रयास कर रहा है लेकिन वह वायसन को लंबे कद का लाभ उठाने से नहीं रोक पाए।
इसके पहले ख़बरें है कि वर्ल्ड चैम्पियन मुक्केबाज निकहत जरीन का इस बारें में बोलना है कि वह किसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने के स्थान पर भारत का प्रतिनिधित्व करती है। जरीन से सोमवार को यहां पूछा गया कि लोग कड़ी मेहनत और रिंग में उपलब्धियों से अधिक उनकी धार्मिक पृष्ठभूमि के बारे में बात करते है तो उन्होंने इस बारें में बोला है कि उनके लिए हिन्दू-मुस्लिम मायने नहीं रखता।
रूढि़वादी समाज से ताल्लुक रखती 25 वर्ष की जरीन ने साफ किया कि वह किसी विशेष समुदाय के लिए नहीं इंडिया के लिए खेलती और जीतती है। अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने बोला है कि एक खिलाड़ी के तौर पर मैं इंडिया का प्रतिनिधित्व करती हूं। मेरे लिए हिंदू-मुस्लिम मायने नहीं रखता है। मैं किसी समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करती हूं, मैं देश का प्रतिनिधित्व करती हूं और देश के लिए मेडल जीतकर खुश हूं।
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