नई दिल्ली: ब्राजील के राष्ट्रपति जेर बोलसोनारो ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें भारत की सहायता की तुलना भगवान हनुमान द्वारा लाई गई संजीवनी बूटी से की गई है. बोलसोनारो ने सात अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना वायरस के मुद्दे पर चिट्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने भारत-ब्राजील की मित्रता की बात की. बोलसोनारो की इस चिट्ठी पर एक मीडिया चैनल ने भारत में ब्राजील के राजदूत एंड्रे अरान्हा कॉरे डो लागो से बात की. एंड्रे अरान्हा ने इस संबंध में विस्तार से बताया.
राजदूत एंड्रे अरान्हा कॉरे डो लागो ने कहा कि बोलसोनारो ने पीएम मोदी को फोन करने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि हाल में राष्ट्रपति के भारत दौरे से दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत हुए हैं. राष्ट्रपति बोलसोनारो बिल्कुल स्पष्ट शब्दों में कहना चाहते थे कि भारत से जो सहायता (हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन) उन्हें मिली है, वह उनके लिए कितना अहम् है. पीएम मोदी इस मांग को लेकर बेहद सकारात्मक थे और उन्होंने कहा कि इस बारे में सरकार में बात चल रही है और वे जल्द ही इसका उत्तर देंगे.
राजदूत एंड्रे अरान्हा ने कहा कि, जैसा कि आपको पता है राष्ट्रपति बोलसोनारो जब से भारत आए हैं तब से उनका लगाव बढ़ गया है और वे भारत की प्रत्येक चीजों में दिलचस्पी लेते हैं. उनके लिए यह बात भी बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत में धर्म की प्रधानता है. राष्ट्रपति बोलसोनारो धार्मिक प्रवृत्ति के शख्स हैं जैसे कि पीएम मोदी हैं. इसे देखते हुए उन्होंने पत्र में लिखा कि अपनी परंपराओं से सम्बंधित दो धार्मिक लोग अपने-अपने धर्म में उदाहरण पा सकते हैं.
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