महिलाओं को ब्रैस्ट कैंसर की अधिक परेशानी होती है जिससे सही इलाज ना मिलने से उनकी जान भी चली जाती है. शोधकर्ताओं ने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की मदद से ब्रेस्ट कैंसर के पांच प्रकारों को अलग किया, इन्हें पहले एक ही टाइप माना जाता था. इससे कैंसर के प्रकारों के बारे में अहम जानकारी सामने आई. इसमें पता चला कि पांच में से दो कैंसर टाइप पर इम्यूनोथैरपी का ज्यादा असर होता है, वहीं एक प्रकार पर टैमोक्सीफेन का इस्तेमाल उतना कारगार नहीं साबित होता है और कैंसर के फिर से होने की आशंका रहती है.
ब्रैस्ट कैंसर रिसर्च में शोध्कर्ताओं का कहना है कि आर्टिफिशल इंटेलिजेंस ब्रेस्ट कैंसर के उन पैटर्न को भी पहचान सकता है जो इंसान नहीं पहचान पाते. इसी के जरिये आप इसका सही इलाज ढूंढ सकते हैं. स्टडी में ये बात सामने आया है, ट्रेन्ड कंप्यूटर सॉफ्टवेयर पर ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े जेनेटिक्स, मॉलिक्यूलर, सेलुलर मेक-अप और पैशंट के सर्वाइवल रेट के डेटा को अप्लाई किया. इसके बाद इस ट्रेन्ड आर्टिफिशल इंटेलिजेंस को टेस्ट किया गया, जिसमें कैंसर की पांच अलग तरह की बीमारियों व उसके पैटर्न से जुड़ी जानकारी सामने आई.
वहीं शोधकर्ताओं ने कहा कि यह रिसर्च ब्रेस्ट कैंसर को लेकर पहले से मौजूद वर्गीकरण को चैलेंज नहीं करती है, बल्कि यह उन्हीं सब-डिविजन में नए तरह के अंतर को सामने लाती है, जिससे यह पहचानने में और आसानी होती है कि किस तरह का ट्रीटमेंट ज्यादा कारगार साबित होता है और कौन सा नहीं.
दिमाग को दुरुस्त रखने में काम की हैं ये 5 चीज़ें