लंदन: ब्रेग्जिट विधेयक को आखिरकार ब्रिटेन की संसद की तरफ से मंज़ूरी मिल चुकी है. जिसके साथ ही यूरोपीय यूनियन (ईयू) से ब्रिटेन के अलग होने का रास्ता खुल गया है. अब सिर्फ ब्रिटेन की महारानी से मंजूरी मिलते ही यह विधेयक औपचारिक रूप से कानून का रूप अख्तियार कर लेगा. जंहा 31 जनवरी 2020 को ब्रिटेन यूरोपीय संघ से बाहर निकल जाएगा. ब्रेग्जिट विधेयक को मंजूरी एक बड़ा अहम कदम माना जा रहा है.
वहीं जांच में यह पता चला है कि ब्रिटेन संसद का निचला सदन सदन हाउस ऑफ कॉमंस पहले ही ईयू से निकलने से संबंधित ब्रेग्जिट विधेयक पर अपनी मुहर लगा चुका था. अब संसद के ऊपरी सदन हाउस ऑफ लॉर्ड्स में भी इस बिल को मंजूरी मिल गई है. वहीं ऊपरी सदन में इस बिल पर काफी चर्चा हुई और कुछ सुझाव भी दिए गए थे. इनमें यूरोपीय यूनियन के नागरिकों के अधिकार और बाल शरणार्थी से संबंधित कुछ बदलाव थे, लेकिन इस बार सदन में चर्चा के दौरान सुझाए गए पांच सुझाव, जिसमें चाइल्ड रिफ्यूजी भी शामिल था को अस्वीकृत किया जा चुका है.
जंहा यह कहा जा रहा है कि अब 31 जनवरी 2020 को ब्रिटेन ईयू से अलग किया जाएगा. इसके लिए 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर एक बड़ी घड़ी के जरिए काउंट डाउन को भी शुरू किया गया है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ब्रेक्जिट से ठीक पहले स्थानीय समयानुसार रात के 11 बजे देश को संबोधित करेंगे. उससे पहले वह कैबिनेट की विशेष बैठक की अध्यक्षता करेंगे. स्कॉटलैंड, नार्दर्न आयरलैंड और वेल्स सहित ब्रिटेन के सभी हिस्सों में एकता का संदेश देने के लिए वह इस बैठक का आयोजन करेंगे. ब्रेग्जिट विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद देश में काफी खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है.
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