लखनऊ: उत्तर प्रदेश एटीएस ने मानव तस्करी और अवैध घुसपैठ के मामले में शुक्रवार को वाराणसी से एक शख्स को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम मोहम्मद अब्दुल्ला उर्फ अब्दुल सलाम मंडल है, जो बांग्लादेशी रोहिंग्याओं को अवैध रूप से भारत में प्रवेश कराने और उन्हें फर्जी दस्तावेज मुहैया कराने में लिप्त था। एटीएस ने उसे वाराणसी रेलवे स्टेशन के पास से पकड़ा।
जांच में पता चला कि मोहम्मद अब्दुल्ला खुद म्यांमार का नागरिक है, लेकिन वह फर्जी दस्तावेजों के जरिए लंबे समय से भारत में रह रहा था। उसने पश्चिम बंगाल में फर्जी पहचान का उपयोग करके भारतीय नागरिकता के दस्तावेज तैयार करवाए और मिदनापुर में संपत्ति भी खरीदी। उसकी गतिविधियां अवैध घुसपैठ और मानव तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा थीं, जो लंबे समय से सक्रिय था। बताया जा रहा है कि यह नेटवर्क बांग्लादेशी रोहिंग्याओं को भारत में लाकर उन्हें भारतीय नागरिकता के फर्जी दस्तावेज उपलब्ध कराता था। इन दस्तावेजों के सहारे ये लोग यहां बस जाते और कई बार आगे भी अवैध गतिविधियों में शामिल हो जाते।
इससे पहले, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मानव तस्करी के एक बड़े मामले में छह राज्यों में 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। गुरुवार सुबह से शुरू हुए इस अभियान में एनआईए ने राज्य पुलिस के साथ मिलकर संदिग्धों के परिसरों को निशाना बनाया। यह कार्रवाई संगठित तस्करी नेटवर्क को ध्वस्त करने के उद्देश्य से की गई थी। एनआईए और एटीएस की इन कार्रवाइयों का मकसद भारत में अवैध घुसपैठ और मानव तस्करी के ऐसे नेटवर्क को खत्म करना है, जो न केवल देश की सुरक्षा बल्कि सामाजिक संतुलन के लिए भी खतरा बन रहे हैं। जांच एजेंसियां अब इस मामले में और भी संदिग्धों की तलाश कर रही हैं।
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