सनातन धर्म में गुरु के महत्व का खास रूप से वर्णन किया गया है। पौराणिक काल से ही गुरु का स्थान देवताओं से ऊपर बताया गया है। प्रत्येक वर्ष गुरु के प्रति अपनी आस्था दिखाने के लिए आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है। इस साल गुरु पूर्णिमा का त्योहार 03 जुलाई, सोमवार के दिन मनाया जाएगा। आषाढ़ माह की पूर्णिमा के दिन वेदों के रचियता महृषि वेद व्यास का जन्म हुआ था। कहते हैं कि पूर्णिमा के दिन दान धर्म का कार्य करना बेहद शुभ माना जाता है। इसके साथ ही इस दिन प्रभु श्री विष्णु एवं माता लक्ष्मी की उपासना करना भी शुभ माना जाता है तथा वेदों के जनक वेदव्यास की पूजा भी जाती है।
मान्यतानुसार, गुरु पूर्णिमा की तिथि के दिन कुछ विशेष चीजें घर लाना बहुत लाभदायी माना जाता है:-
* गुरु पूर्णिमा के दिन घर पर लाफिंग बुद्धा अवश्य लेकर आएं। लाफिंग बुद्धा सुख, समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं।
* गुरु पूर्णिमा के दिन पवित्र ग्रंथ गीता लेकर अवश्य आएं। इस ग्रंथ के पाठ से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं तथा मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है।
* गुरु पूर्णिमा के दिन श्री यंत्र अवश्य लेकर आएं। मान्यता के मुताबिक, श्री यंत्र में धन की देवी का वास होता है। घर की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
* गुरु पूर्णिमा के दिन कौड़ियां अवश्य लेकर आएं तथा पूजा के वक़्त इन्हें मां लक्ष्मी को अर्पित करें। अगले दिन कौड़ियों को लाल वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रख दें।कौड़ी
* गुरु पूर्णिमा के दिन शंख खरीदकर अवश्य लाएं। इस दिन पूजा के समय शंख में जल भरकर प्रभु श्री विष्णु को अर्घ्य दें।
दुनिया का एक ऐसा मंदिर जिसकी अनोखी है महिमा