नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से जूझ रहे भारत को अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने चिकित्सा उपकरण और सामग्री भेजने की कवायद शुरू कर दी है. एक तरफ जहां ब्रिटेन में उपकरण भेजे हैं, तो वहीं फ्रांस ने भी ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए हाथ बढ़ाया है. वहीं, बाइडन प्रशासन ने भी कहा है कि वह भारत को मदद मुहैया कराने के लिए 24 घंटे काम कर रहा है.
ब्रिटेन ने भारत को जीवनरक्षक मदद की पहली खेप भेजी है, जो मंगलवार को नई दिल्ली पहुंच गई. इसमें वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सांद्रक (Oxygen Concentrator) जैसी वस्तुएं शामिल हैं. लंदन ने साथ ही कहा है कि अभी इस हफ्ते भेजी जाने वाली और भी खेप जुटाई जा रही है. वहीं फ्रांस ने कहा कि वह भारत को 'पर्याप्त चिकित्सा सहायता' की सप्लाई करेगा ताकि देश को कोरोनो महामारी की एक बड़ी लहर से निपटने में सहायता मिले. भारत में होने वाले शिपमेंट में ऑक्सीजन जनरेटर, रेस्पिरेटर और क्रायोजेनिक कंटेनर शामिल होंगे, जो अगले हफ्ते के आखिर में शुरू हो जाएगा.
भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लेनिन ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा है कि 'अगले कुछ दिनों में फ्रांस, भारत को न सिर्फ तत्काल राहत प्रदान करेगा, बल्कि दीर्घकालिक क्षमता वाली सहायता भी करेगा. इमैनुअल ने कहा कि, 'फ्रांस भारत को 8 उच्च क्षमता ऑक्सीजन जनरेटर, प्रत्येक 250 बेड के लिए वर्ष भर ऑक्सीजन, 5 दिनों के लिए 2, 000 रोगियों को लिक्विड ऑक्सीजन, ICU के लिए 28 वेंटिलेटर और उपकरण भेजेगा.'
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