नई दिल्ली: रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी कभी भारत के रईस उद्योगपतियों में थे, किन्तु अब नहीं हैं. अनिल अंबानी के वकीलों ने शुक्रवार को ब्रिटेन की कोर्ट में एक मामले में सुनवाई के दौरान कहा कि भारतीय दूरसंचार बाजार में 'संकट पैदा करने वाली घटनाओं से अब अनिल अंबानी की हालत पहले जैसी नहीं रह गई है.
उन्होंने ब्रिटेन की एक कोर्ट से कहा कि अंबानी की नेटवर्थ जीरो है और वह दिवालिया हो चुके हैं. चीन के बैंकों के 68 करोड़ डॉलर (4,760 करोड़ रुपये) के लोन के केस की सुनवाई के दौरान अनिल अंबानी के वकील ने कहा कि एक वक़्त था जब वह बेहद रईस कारोबारी थे, किन्तु भारतीय टेलिकॉम सेक्टर में मची उथल-पुथल के बाद सब तबाह हो गया और वह अब अमीर नहीं रहे. तीनों बैंकों ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन्स को 925.20 मिलियन डॉलर (लगभग 6,475 करोड़ रुपये) का ऋण दिया था.
उस वक़्त अनिल अंबानी ने कहा था कि वह इस ऋण की पर्सनल गारंटी देते हैं, मगर फरवरी 2017 के बाद कंपनी लोन चुकाने में डिफॉल्ट हो गई. कोर्ट में बैंकों के वकीलों ने कहा कि अंबानी के पास 11 या उससे अधिक लग्जरी कारें, एक प्राइवेट जेट, एक याट और दक्षिण मुंबई में एक विशिष्ट सीविंड पेंटहाउस है. न्यायाधीश डेविड वाक्समैन ने सवाल किया कि, 'श्री अंबानी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि वह निजी तौर पर दिवालिया हो चुके हैं. क्या उन्होंने भारत में दिवालिया होने का आवेदन किया है.
जल्द होगा तीन बड़े बैंकों का विलय, सरकार खोज रही नया नाम
RBI का बड़ा ऐलान, अब आपको बदलवानी पड़ेगी अपनी चेक बुक, नहीं चलेंगे पुराने चेक
Gold Futures price: सोने की वायदा कीमत में आयी गिरावट, जानिये क्या रहा दाम